बस्ती: अयोध्या राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला आने के बाद पूरे देश में शांति है. लेकिन इस फैसले को लेकर राजनीतिक टिप्पणियां सामने आनी शुरू हो गई हैं.
AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की है. ओवैसी ने कहा कि मस्जिद की जमीन के लिए हमें किसी की खैरात की जरूरत नहीं है. वहीं ओवैसी के इस बयान पर बीजेपी सांसद जगदम्बिका पाल ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ये लोग गंगा-जमुनी तहजीब में खलल पैदा करके राजनीति करना चाह रहे हैं.
डुमरियागंज से बीजेपी सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा कि शनिवार का दिन इतिहास के पन्नो में अमर हो गया. सैकड़ों साल से चले आ रहे मुकदमे का पटापेक्ष हो गया है. उन्होंने कहा कि फैसला आने के बाद गंगा जमुनी तहजीब और वसुधैव कुटुम्बकम की मिसाल जो देश के लोगों ने दी है, चाहे वो किसी भी धर्म सम्प्रदाय के हों, काबिल-ए-तारीफ है. उन्होंने कहा कि फैसला आने के बाद देश विदेश के लोगों ने खुले मन से इसका स्वागत किया.
सांसद ने कहा कि इस मुकदमे के पक्षकार हाशिम अंसारी के पुत्र इकबाल अंसारी ने भी कहा है कि वह अब इस फैसले के खिलाफ पिटीशन दायर नही करेंगे, वह संतुष्ट हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या ने आज अपनी मर्यादा से पूरी दुनिया को प्रभावित कर दिया है.
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बीजेपी सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा कि जो लोग इस मामले के पक्षकार भी नहीं थे, चाहे वो जफरयाब जिलानी हों या असदुद्दीन ओवैसी, समझ नहीं आता क्या ये लोग देश की गंगा-जमुनी तहजीब में खलल डालना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने के लिए विवादित बयान दे रहे हैं. वहीं सांसद ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के विवाद को लेकर कहा कि वहां चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, इसलिए सरकार वही बनाएगी.