ETV Bharat / state

बस्ती: सड़क दुर्घटनाओं को दावत दे रहे नेशनल हाईवे पर बने 18 अवैध कट - नेशनल हाईवे पर 18 अवैध कट

प्रदेश सरकार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाता है, लेकिन सड़कों पर अवैध कट के चलते दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है. जिले में नेशनल हाईवे पर 18 अवैध कट हैं, जिसके चलते आए दिन सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है.

etv bharat
नेशनल हाईवे पर बने 18 अवैध कट.
author img

By

Published : Nov 30, 2019, 6:22 AM IST

बस्ती: उत्तर प्रदेश सरकार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लगातार जागरुकता अभियान चला रही है. वहीं दूसरी तरफ सड़कों के मुख्य मार्गों पर अवैध कट होने से सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है. जिले में नेशनल हाईवे पर 18 अवैध कट हैं. इन अवैध कटों के चलते सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है.

नेशनल हाईवे पर बने 18 अवैध कट.

ब्लैक स्पाट हुए चिह्नित
जानकारी के अनुसार बस्ती जिले में नेशनल हाईवे पर कुछ स्थानों को ब्लैक स्पाट के रूप में चिह्नित किया गया है. ब्लैक स्पाट के रूप में चिह्नित स्थानों में हड़ियां चौराहा, पॉलीटेक्निक चौराहा, बड़ेवन, मूड़घाट फुटहिया, पचवस, विक्रमजोत, संसारीपुर चौराहा आदि शामिल हैं. परिवहन विभाग द्वारा ब्लैक स्पाट चिह्नित किए जाने के बाद भी इन जगहों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं. ब्लैक स्पाट पर हादसों को रोकने के लिए अब तक जो उपाय किए गए हैं, उनमें रंबल स्ट्रिप और साइन बोर्ड आदि शामिल है.

गौरतलब है कि परिवहन विभाग द्वारा एक ही स्थान पर साल भर में हुए सड़क हादसों में पांच लोगों के मौत के आधार पर ब्लैक स्पाट का चिन्हांकन किया जाता है. नेशनल पर बने अवैध कट के बारे में टोल मैनेजर बंडारू ने बताया कि सड़क हादसों की प्रमुख वजह वाहनों की स्पीड, अवैध कट और बेसहारा पशु हैं. इन समस्याओं की रोकथाम के लिए पेट्रोलिंग की जाती है. जहां भी अबैध कट हैं, उन्हें बंद करने की कार्रवाई की जा रही है.

बस्ती: उत्तर प्रदेश सरकार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लगातार जागरुकता अभियान चला रही है. वहीं दूसरी तरफ सड़कों के मुख्य मार्गों पर अवैध कट होने से सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है. जिले में नेशनल हाईवे पर 18 अवैध कट हैं. इन अवैध कटों के चलते सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है.

नेशनल हाईवे पर बने 18 अवैध कट.

ब्लैक स्पाट हुए चिह्नित
जानकारी के अनुसार बस्ती जिले में नेशनल हाईवे पर कुछ स्थानों को ब्लैक स्पाट के रूप में चिह्नित किया गया है. ब्लैक स्पाट के रूप में चिह्नित स्थानों में हड़ियां चौराहा, पॉलीटेक्निक चौराहा, बड़ेवन, मूड़घाट फुटहिया, पचवस, विक्रमजोत, संसारीपुर चौराहा आदि शामिल हैं. परिवहन विभाग द्वारा ब्लैक स्पाट चिह्नित किए जाने के बाद भी इन जगहों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं. ब्लैक स्पाट पर हादसों को रोकने के लिए अब तक जो उपाय किए गए हैं, उनमें रंबल स्ट्रिप और साइन बोर्ड आदि शामिल है.

गौरतलब है कि परिवहन विभाग द्वारा एक ही स्थान पर साल भर में हुए सड़क हादसों में पांच लोगों के मौत के आधार पर ब्लैक स्पाट का चिन्हांकन किया जाता है. नेशनल पर बने अवैध कट के बारे में टोल मैनेजर बंडारू ने बताया कि सड़क हादसों की प्रमुख वजह वाहनों की स्पीड, अवैध कट और बेसहारा पशु हैं. इन समस्याओं की रोकथाम के लिए पेट्रोलिंग की जाती है. जहां भी अबैध कट हैं, उन्हें बंद करने की कार्रवाई की जा रही है.

Intro:बस्ती न्यूज रिपोर्ट
प्रशांत सिंह
9161087094
8317019190

बस्ती: जिम्मेदारों को न जनता की फिक्र न कार्रवाई का कोई डर. जरा संभल कर चलिए नेशनल हाईवे पर 18 अवैध कट हैं. इनको बंद कराने में एनएचएआइ नाकाम साबित हुआ है. इसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है. लोग मर रहे हैं लेकिन जिम्मेदार सिर्फ कार्रवाई की बात कर रहे हैं. यातायात नियमों का पालन न किया जाना भी दुर्घटना की वजह बन रहा है.

दरअसल हाईवे पर डिवाइडर के अवैध कट और बेसहारा पशु सड़क हादसों का एक प्रमुख कारण है. जिले में 18 स्थल दुर्घटना बाहुल्य हैं. इन्हें ब्लैक स्पाट के रूप में चिह्नित किया गया है. इनमें हड़ियां चौराहा, पालीटेक्निक चौराहा, बड़ेवन, मूड़घाट फुटहिया, पचवस, विक्रमजोत, संसारीपुर चौराहा आदि शामिल हैं. इन स्थानों पर सड़क हादसों को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं.

Body:नियमतः परिवहन विभाग द्वारा एक ही स्थान पर साल भर में हुए सड़क हादसों में पांच लोगों मौत के आधार पर ब्लैक स्पाट का चिन्हांकन किया जाता है. ब्लैक स्पाट पर हादसों को रोकने के लिए अब तक जो उपाय किए गए हैं, उनमें ब्लिकर लाइट, रंबल स्ट्रिप, साइन बोर्ड आदि लगवाना है. वहीं कुछ समय पहले हाईवे पर 500 मीटर पर शराब की कई दुकानें संचालित हो रहीं थीं, जो अब 220 मीटर की दूरी पर चल रही हैं. वैसे तो विभाग हर माह होता है 25 से 30 ट्रकों का चालान करता है. लेकिन ट्रक, ट्राला और ट्रेलर आदि को खड़ा करने के लिए हाईवे पर जिले की सीमा में टोल प्लाजा मड़वानगर, हड़िया ओवरब्रिज के पास, फ्लोर मिल के निकट, मुजेहना गांव के निकट, कप्तानगंज महराजगंज कस्बे के बीच, घघौवा पुल के पास 'ट्रक ले बाई' बनाए गए हैं. लेकिन हाईवे किनारे ट्रक खड़ा करने पर हादसे होते हैं.

इस बाबत टोल मैनेजर बंडारू ने बताया कि हादसों की प्रमुख वजह वाहनों की स्पीड, अवैध कट व बेसहारा पशु हैं. जिसकी रोकथाम के लिए पेट्रोलिंग की जाती है. जहां भी ब्लैक स्पॉट है उन्हें बन्द करने की कार्रवाई की जा रही है.

बाइट....बंडारू, टोल मैनेजरConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.