बस्ती: कस्तूरबा गांधी विद्यालय में अनामिका शुक्ला की फर्जी नियुक्ति मामले को लेकर शासन के निर्देश पर जनपद में जांच की कार्रवाई शुरू हो रही है. बस्ती के स्कूलों में तैनात चार हजार शिक्षकों की जांच होगी. इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है.
दरअसल अनामिका शुक्ला के फर्जीवाड़े के बाद शासन ने सभी शिक्षकों के प्रमाणपत्रों के जांच के निर्देश दिए हैं. बस्ती जनपद में 1746 प्राथमिक और 639 जूनियर हाईस्कूल विद्यालय है. इसमें तैनात चार हजार से अधिक शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच शुरू होने जा रही है. इसके लिए ब्लॉकवार तिथि निर्धारित की जाएगी. कमेटी एक-दो दिन में बैठक कर जांच प्रक्रिया का खाका तैयार करेगी. जांच ब्लॉक पर होगी या जनपद मुख्यालय पर यह भी कमेटी ही तय करेगी. कुछ स्कूलों पर कमेटी की खास नजर है, जहां से शिक्षकों शिकायत मिलती रही हैं.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि पहले जो जांच चल रही थी, उस कमेटी में एडी बेसिक अध्यक्ष, एएसपी तथा एडीएम सदस्य थे. यह कमेटी जांच पूरी कर पाती, इसके पहले ही शासन ने सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच के आदेश दे दिए. इसके लिए नई कमेटी गठित की कई है. इसमें एडी बेसिक की जगह बीएसए को शामिल किया गया है. इसके अलावा अपर पुलिस अधीक्षक और अपर जिलाधिकारी भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि हम अभी किसी शिक्षक को फर्जी नहीं कह सकते, सबकी जांच होगी उसके बाद अगर कोई फर्जी मिलता तो कार्रवाई की जाएगी. जल्द ही कमेटी के साथ बैठक कर जांच की आगे बढ़ाया जाएगा.
बस्ती: चार हजार शिक्षक संदेह के घेरे में, जांच की तैयारी
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में करीब चार हजार शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच होने जा रही है. इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है.
बस्ती: कस्तूरबा गांधी विद्यालय में अनामिका शुक्ला की फर्जी नियुक्ति मामले को लेकर शासन के निर्देश पर जनपद में जांच की कार्रवाई शुरू हो रही है. बस्ती के स्कूलों में तैनात चार हजार शिक्षकों की जांच होगी. इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है.
दरअसल अनामिका शुक्ला के फर्जीवाड़े के बाद शासन ने सभी शिक्षकों के प्रमाणपत्रों के जांच के निर्देश दिए हैं. बस्ती जनपद में 1746 प्राथमिक और 639 जूनियर हाईस्कूल विद्यालय है. इसमें तैनात चार हजार से अधिक शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच शुरू होने जा रही है. इसके लिए ब्लॉकवार तिथि निर्धारित की जाएगी. कमेटी एक-दो दिन में बैठक कर जांच प्रक्रिया का खाका तैयार करेगी. जांच ब्लॉक पर होगी या जनपद मुख्यालय पर यह भी कमेटी ही तय करेगी. कुछ स्कूलों पर कमेटी की खास नजर है, जहां से शिक्षकों शिकायत मिलती रही हैं.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि पहले जो जांच चल रही थी, उस कमेटी में एडी बेसिक अध्यक्ष, एएसपी तथा एडीएम सदस्य थे. यह कमेटी जांच पूरी कर पाती, इसके पहले ही शासन ने सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच के आदेश दे दिए. इसके लिए नई कमेटी गठित की कई है. इसमें एडी बेसिक की जगह बीएसए को शामिल किया गया है. इसके अलावा अपर पुलिस अधीक्षक और अपर जिलाधिकारी भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि हम अभी किसी शिक्षक को फर्जी नहीं कह सकते, सबकी जांच होगी उसके बाद अगर कोई फर्जी मिलता तो कार्रवाई की जाएगी. जल्द ही कमेटी के साथ बैठक कर जांच की आगे बढ़ाया जाएगा.