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तीन दिन में पांच हत्याओं से दहला बस्ती जिला

उत्तर प्रदेश में अपराध अपने चरम पर है. प्रदेश के बस्ती जनपद में तीन दिन में अलग-अलग जगहों पर पांच हत्याएं हुई हैं. जिले के अलग-अलग क्षेत्र में हुई ताबड़तोड़ आपराधिक वारदातों के बाद बस्ती पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े होते दिख रहे हैं.

तीन दिन में पांच हत्याएं
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Published : Oct 31, 2019, 7:02 AM IST

बस्ती: जनपद में एक के बाद एक हो रही हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते तीन दिनों में हुई पांच हत्याओं ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इनमें ज्यादातर घटनाएं जमीनी विवाद के कारण घटित हो रही हैं. जिस पर एसपी हेमराज मीणा का कहना है कि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए टीमें बनाई जा रही हैं.

तीन दिन में पांच हत्याएं.

पहली घटना
पहली घटना बस्ती थाना क्षेत्र पुलिस चौकी की है, जहां सुकरौली चौराहे के पास स्कूटी से दवा कराने जा रहे 50 वर्षीय रामराज, इटहिया निवासी पर तीन व्यक्तियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मौत से पहले दिए बयान में रामराज ने पुलिस को विवाद का कारण जमीनी रंजिश बताया है. उन्होंने बताया कि गोली चलाने वाले उन्हीं के गांव के झिनकान तिवारी, अशोक तिवारी व उनके बहनोई लल्लू शुक्ला हैं. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

दूसरी घटना
दूसरी घटना दुबौलिया थाने की है, जहां थाने से चंद कदम दूर जगन्नाथ सिंह की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई. परिजनों के अनुसार मृतक घर से दुबौलिया बाजार में सब्जी लेने गया हुआ था. उनके गांव के एक व्यक्ति ने जगन्नाथ का शव सड़क किनारे खून से लथपथ पड़ा देखकर परिजनों को सूचना दी. वहीं हत्या का कारण जमीनी विवाद बताया जा रहा है.

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तीसरी घटना
तीसरी घटना भी दुबौलिया थाने की ही है, जहां किसान के गायब होने के मामले में पुलिस की लापरवाही का मामला सामना आया है. परिजनों की सूचना पर पुलिस ने गुमशुदगी तो दर्ज की, लेकिन खोजने की जहमत नहीं उठाई. जिसके बाद किसान का दो दिन बाद शव मिला.

चौथी घटना
वही चौथी घटना हरैया थाना क्षेत्र की है, जहां दहेज लोभियों ने नवविवाहिता की हत्या कर दी. दहेज के दानवों ने पीट-पीटकर नवविवाहिता को मौत के घाट उतार दिया और शव को पंखे से लटकाकर उसे आत्महत्या का रूप देने का प्रयास भी किया. मृतका के भाई की तहरीर पर पति समेत पांच लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है.

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पांचवीं घटना
पांचवीं घटना परशुरामपुर थाना क्षेत्र की है, जहां हरही गांव के करीब मनोरमा नदी में युवक का शव मिला. मृतक की पहचान नारायणपुर गांव निवासी विजय बहादुर वर्मा के रूप में हुई.

घटित हुई अधिकतर घटनाओं का कारण पारिवारिक व जमीनी विवाद है. अब ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्पेशल टीम बनाई जा रही हैं. ऐसी आपराधिक घटनाओं को रोकने का हम प्रयास करेंगे.
- हेमराज मीणा, एसपी

बस्ती: जनपद में एक के बाद एक हो रही हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते तीन दिनों में हुई पांच हत्याओं ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इनमें ज्यादातर घटनाएं जमीनी विवाद के कारण घटित हो रही हैं. जिस पर एसपी हेमराज मीणा का कहना है कि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए टीमें बनाई जा रही हैं.

तीन दिन में पांच हत्याएं.

पहली घटना
पहली घटना बस्ती थाना क्षेत्र पुलिस चौकी की है, जहां सुकरौली चौराहे के पास स्कूटी से दवा कराने जा रहे 50 वर्षीय रामराज, इटहिया निवासी पर तीन व्यक्तियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मौत से पहले दिए बयान में रामराज ने पुलिस को विवाद का कारण जमीनी रंजिश बताया है. उन्होंने बताया कि गोली चलाने वाले उन्हीं के गांव के झिनकान तिवारी, अशोक तिवारी व उनके बहनोई लल्लू शुक्ला हैं. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

दूसरी घटना
दूसरी घटना दुबौलिया थाने की है, जहां थाने से चंद कदम दूर जगन्नाथ सिंह की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई. परिजनों के अनुसार मृतक घर से दुबौलिया बाजार में सब्जी लेने गया हुआ था. उनके गांव के एक व्यक्ति ने जगन्नाथ का शव सड़क किनारे खून से लथपथ पड़ा देखकर परिजनों को सूचना दी. वहीं हत्या का कारण जमीनी विवाद बताया जा रहा है.

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तीसरी घटना
तीसरी घटना भी दुबौलिया थाने की ही है, जहां किसान के गायब होने के मामले में पुलिस की लापरवाही का मामला सामना आया है. परिजनों की सूचना पर पुलिस ने गुमशुदगी तो दर्ज की, लेकिन खोजने की जहमत नहीं उठाई. जिसके बाद किसान का दो दिन बाद शव मिला.

चौथी घटना
वही चौथी घटना हरैया थाना क्षेत्र की है, जहां दहेज लोभियों ने नवविवाहिता की हत्या कर दी. दहेज के दानवों ने पीट-पीटकर नवविवाहिता को मौत के घाट उतार दिया और शव को पंखे से लटकाकर उसे आत्महत्या का रूप देने का प्रयास भी किया. मृतका के भाई की तहरीर पर पति समेत पांच लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है.

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पांचवीं घटना
पांचवीं घटना परशुरामपुर थाना क्षेत्र की है, जहां हरही गांव के करीब मनोरमा नदी में युवक का शव मिला. मृतक की पहचान नारायणपुर गांव निवासी विजय बहादुर वर्मा के रूप में हुई.

घटित हुई अधिकतर घटनाओं का कारण पारिवारिक व जमीनी विवाद है. अब ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्पेशल टीम बनाई जा रही हैं. ऐसी आपराधिक घटनाओं को रोकने का हम प्रयास करेंगे.
- हेमराज मीणा, एसपी

Intro:बस्ती न्यूज रिपोर्ट
प्रशांत सिंह
9161087094
8317019190

बस्ती: बीते तीन दिनों में हुई पांच हत्याओं से बस्ती जिला हत्या जिला में तब्दील हो गया है. जिले के अलग-अलग क्षेत्र में हुई ताबड़तोड़ आपराधिक वारदातों के बाद बस्ती पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि पुलिसिया लापरवाही से बढ़ रहे जमीनी विवाद में अधिकतर घटनाएं हो रही हैं. वही है एसपी हेमराज मीणा का कहना है कि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए टीम बनाई जा रही है और हमारा पूरा प्रयास है कि जमीनी विवाद में इस तरह की घटनाएं घटित ना हो. साथ ही उन्होंने कहा कि इन हत्याओं में लिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी की जा रही है.

दरअसल बस्ती में एक के बाद एक हो रही हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते तीन दिनों में हुई पांच हत्याओं ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पहली घटना बस्ती थाना क्षेत्र पुलिस चौकी की है जहां सुकरौली चौराहे के पास स्कूटी से दवा कराने जा रहे 50 वर्षीय रामराज इटहिया निवासी थाना कप्तानगंज पर तीन व्यक्तियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मृतक की भतीजी दीपिका गौतम गौर तृतीय से जिला पंचायत सदस्य हैं. मौत से पहले दिए बयान में रामराज ने पुलिस को जमीनी रंजिश बताया है. उन्होंने बताया था कि गोली चलाने वाले उन्हीं के गांव के झिनकान तिवारी, अशोक तिवारी व उनके बहनोई लल्लू शुक्ला है.




Body:दूसरी घटना दुबौलिया थाने की है जहां थाने से चंद कदम दूर जगन्नाथ सिंह की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई. इसमें दुबौलिया पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि थाने के पास हत्या हुई और पुलिस को जानकारी ही नहीं हुई. परिजनों के अनुसार मृतक घर से दुबौलिया बाजार में सब्जी लेने गया हुआ था उन्हें के गांव के एक व्यक्ति ने माता का शव सड़क किनारे खून से लथपथ पड़ा देखकर परिजनों को सूचना दिया.

तीसरी घटना भी दुबौलिया थाने की ही है यहां किसान के गायब होने के मामले में पुलिसिया लापरवाही ना होती तो शायद वह जिंदा होता. परिजनों की सूचना पर पुलिस ने गुमशुदगी तो दर्ज की मगर खोजने की जहमत नहीं उठाई. जिसके बाद किसान का दो दिन बाद शव मिला. वही चौथी घटना हरैया थाना क्षेत्र की है जहां दहेज लोभियों ने नवविवाहिता की हत्या कर दी. दहेज के दानवों ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी और शव को पंखे से लटका कर उसे आत्महत्या का रूप देने का प्रयास भी किया. मृतका के भाई की तहरीर पर पति समेत पांच लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही पांचवीं घटना परशुरामपुर थाना क्षेत्र की है. जहां ही हरही गांव के करीब मनोरमा नदी में युवक का शव मिला. मृतक की पहचान नारायणपुर गांव निवासी विजय बहादुर वर्मा के रूप में हुई.

बाइट...एसपी हेमराज मीणा


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