बस्ती: जनपद में एक के बाद एक हो रही हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते तीन दिनों में हुई पांच हत्याओं ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इनमें ज्यादातर घटनाएं जमीनी विवाद के कारण घटित हो रही हैं. जिस पर एसपी हेमराज मीणा का कहना है कि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए टीमें बनाई जा रही हैं.
पहली घटना
पहली घटना बस्ती थाना क्षेत्र पुलिस चौकी की है, जहां सुकरौली चौराहे के पास स्कूटी से दवा कराने जा रहे 50 वर्षीय रामराज, इटहिया निवासी पर तीन व्यक्तियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मौत से पहले दिए बयान में रामराज ने पुलिस को विवाद का कारण जमीनी रंजिश बताया है. उन्होंने बताया कि गोली चलाने वाले उन्हीं के गांव के झिनकान तिवारी, अशोक तिवारी व उनके बहनोई लल्लू शुक्ला हैं. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
दूसरी घटना
दूसरी घटना दुबौलिया थाने की है, जहां थाने से चंद कदम दूर जगन्नाथ सिंह की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई. परिजनों के अनुसार मृतक घर से दुबौलिया बाजार में सब्जी लेने गया हुआ था. उनके गांव के एक व्यक्ति ने जगन्नाथ का शव सड़क किनारे खून से लथपथ पड़ा देखकर परिजनों को सूचना दी. वहीं हत्या का कारण जमीनी विवाद बताया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें - ...जब बकरी के इलाज के लिए बुलाई 108 एंबुलेंस
तीसरी घटना
तीसरी घटना भी दुबौलिया थाने की ही है, जहां किसान के गायब होने के मामले में पुलिस की लापरवाही का मामला सामना आया है. परिजनों की सूचना पर पुलिस ने गुमशुदगी तो दर्ज की, लेकिन खोजने की जहमत नहीं उठाई. जिसके बाद किसान का दो दिन बाद शव मिला.
चौथी घटना
वही चौथी घटना हरैया थाना क्षेत्र की है, जहां दहेज लोभियों ने नवविवाहिता की हत्या कर दी. दहेज के दानवों ने पीट-पीटकर नवविवाहिता को मौत के घाट उतार दिया और शव को पंखे से लटकाकर उसे आत्महत्या का रूप देने का प्रयास भी किया. मृतका के भाई की तहरीर पर पति समेत पांच लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है.
इसे भी पढ़ें - प्लास्टिक बैन: अब कैसे ले जाएंगे रामलला के लिए प्रसाद ?
पांचवीं घटना
पांचवीं घटना परशुरामपुर थाना क्षेत्र की है, जहां हरही गांव के करीब मनोरमा नदी में युवक का शव मिला. मृतक की पहचान नारायणपुर गांव निवासी विजय बहादुर वर्मा के रूप में हुई.
घटित हुई अधिकतर घटनाओं का कारण पारिवारिक व जमीनी विवाद है. अब ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्पेशल टीम बनाई जा रही हैं. ऐसी आपराधिक घटनाओं को रोकने का हम प्रयास करेंगे.
- हेमराज मीणा, एसपी