बस्ती: देश में लॉकडाउन की घोषणा के बाद लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या से परेशान सरकार ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. कोरोना संदिग्ध मरीजों को क्वारंटाइन करने के लिए गांव के बाहर ही प्राइमरी स्कूलों में उन्हें रखा गया है, लेकिन क्वारंटाइन कोरोना संदिग्धों की हाई-फाई फरमाइश पुलिस और प्रशासन के लिए सिरदर्द बन रही है. ऐसा ही मामला बस्ती में देखने को मिला.
बस्ती के सल्टौवा ब्लॉक के सिसवला बरुआर ग्राम पंचायत के प्राथमिक विद्यालय में क्वारंटाइन किए गए 10 कोरोना संदिग्धों ने एक दलित रसोईया के द्वारा खाना बनाने की बात कहकर भोजन करने से इनकार कर दिया और अपने घर से अलग से खाना मंगाकर खाया. जब इसकी जानकारी पुलिस को हुई तो सभी पर कोरोना महामारी एक्ट और धारा 144 के उल्लंघन के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.
एसओ सोनहा ने 10 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 व 169 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया है कि 10 लोग दिल्ली से वापस गांव लौटे हैं. एसडीएम के निर्देशानुसार सभी को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की संभावना के मद्देनजर गांव के विद्यालय पर क्वारंटाइन किया गया है.
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एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि क्वारंटाइन किए गए सभी लोगों के लिए विद्यालय की रसोइया द्वारा भोजन बनाया गया, लेकिन इन लोगों ने घर का भोजन करने की बात कही. सभी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है.