बस्ती: जिले में गन्ना किसान बेहाल हैं. कई क्रय केंद्र बंद पड़े होने की वजह से किसानों के सामने समस्या खड़ी हो गई है. केशवपुर गन्ना क्रय केंद्र पर तीन दिनों से तौल की व्यवस्था नहीं हो रही है, जबकि सप्ताह भर पहले ही गन्ना खरीद की सभी तैयारियों को पूर्ण करने का दावा किया गया था. यहां तौल कराने के लिए किसान सुबह से ही लाइन में खड़े हैं, लेकिन शाम को निराश होकर लौटना पड़ा रहा है. क्रय केंद्र पर लेबर उपलब्ध न होने से भी गन्ना तौल पुर्णतः बाधित है.
बीते 30 नवंबर से केशवपुर गन्ना क्रय केंद्र पर किसानों को गन्ना तौल कराने के लिए इंतजार करना पड़ रहा. अब सेंटर पर पड़े-पड़े किसानों का गन्ना सूख रहा है. कुछ किसानों का गन्ना खेत में कटा पड़ा है. किसानों में गन्ना तौल न होने से काफी आक्रोश है. ट्रॉली में पड़े-पड़े गन्ना सूखता देख किसानों की आंखें नम हो रही हैं, लेकिन कोई भी जिम्मेदार अधिकारी किसानों के हित में कड़े कदम नहीं उठा रहा है.
बता दें कि केशवपुर गन्ना क्रय केंद्र खोल दिया गया है, लेकिन केंद्र पर गन्ने की तौल कब होगी यह बताने वाला कोई नहीं है. किसान अपनी गन्ना लदी ट्राली लेकर सेंटर पर निराशाजनक स्थित में खड़े हैं. उन्हें सन्तोषजनक जवाब का इंतजार है. लालजी पाण्डेय ने बताया कि उनकी गन्ना लड़ी ट्राली समय से गन्ना तौल केंद्र के प्लेट तक पहुंच गई थी, लेकिन तौल नहीं हो पाई, जिससे उनकी पर्ची संख्या-100208360085 कृषक कोड संख्या 17006/46 बेकार हो गई. उनका कहना है कि तौल कैसे और कब होगी इसका जबाब देने वाला कोई नहीं है. किसानों का कहना है कि अगर समय से गन्ना नहीं बिका तो गेहूं की बुआई भी बाधित हो जाएगी, क्योंकि हम लोग गन्ने को काटकर बेचने के बाद ही गेहूं की बुआई कर पाते हैं. जब समय से खेत ही नहीं खाली होगा तो गेहूं की बुआई कैसे हो पाएगी.
इसके अलावा कलवारी क्षेत्र के कई क्रय केंद्र बंद कर मुंडरवा सुगर मिल में किसानों को गन्ना बेचने को अटैच कर दिया है, जिसका किसान लगातार विरोध कर रहे हैं. डीएम से मिलकर अपनी शिकायत लेकर पहुंचे किसानों का कहना है कि उन्हें मुंडरवा सुगर मिल तक जाने में काफी समस्या हो रही है. इसलिए पूर्व के क्रय केंद्रों को चालू किया जाए, जिससे गन्ना किसानों का नुकसान न हो.