बस्ती: शासन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन छूटे हुए पात्रों तक खाद्यान्न पहुंचाने और अपात्रों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. इसके लिए खण्ड विकास अधिकारी और उप जिलाधिकारी गांव-गांव जाकर अपात्रों को चिन्हित कर रहे हैं. जिला पूर्ति अधिकारी (डीएसओ) रमन मिश्रा ने बताया कि अभी तक 80 अपात्र लोगों के राशन कार्ड निरस्त किए जा चुके हैं.
डीएसओ रमन मिश्रा ने कहा कि जनपद में दो तरह के कार्ड दिए गए हैं. पहला अंत्योदय योजना के और दूसरा पात्र गृहस्थी के कार्ड हैं. उन्होंने बताया कि राशन कार्ड बनने और 89.4 प्रतिशत लाभार्थियों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने का जो टारगेट था, वह बस्ती में पूरा हो चुका है.
'खाद्यान्न से वंचित न हो गरीब'
डीएसओ ने कहा कि शासन की मंशा है कि जो गरीब हैं, वह किसी तरह खाद्यान्न से वंचित न रहे और जो अपात्र लोग हैं, वह सूची में ना रहे. शासन के निर्देशों के अनुसार डीएम आशुतोष निरंजन ने सभी खंड विकास अधिकारियों को और उप जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिया था कि टीम बनाकर प्रत्येक गांव में जांच कराई जाए. जांच के बाद सभी अपात्र लोगों के राशन कार्ड निरस्त कर दिए जाएं.
80 लोगों के राशन कार्ड निरस्त
अभी तक 80 राशन कार्ड धारक अपात्र पाए गए. डीएसओ ने बताया कि यह अभियान लगातार चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि डीएम के निर्देश के मुताबिक, 15 सितंबर तक इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा. हर गांव में अपात्र लोगों को चिन्हित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अपात्र लोग खुद से ही राशन कार्ड सरेंडर कर दें अथवा उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई भी की जा सकती है.