ETV Bharat / state

बस्ती: सरकारी अस्पतालों में आयरन इंजेक्शन से रिएक्शन, मरीजों को हुई एलर्जी

बस्ती जिला प्रशासन 16 दिसंबर को एनीमिया दिवस मनाने जा रहा है. इसके तहत अभियान चलाकर एनीमिक मरीजों को आयरन की गोलियां और इंजेक्शन लगाए जाएंगे. इसी बीच अस्पतालोंं में आयरन के इंजेक्शन से मरीजों में एलर्जी की समस्या सामने आई है. ये खामी अब एनीमिया दिवस की सफलता में रोड़ा बनने वाली है.

author img

By

Published : Dec 14, 2019, 10:41 PM IST

Updated : Dec 14, 2019, 10:52 PM IST

etv bharat
बस्ती का सरकारी अस्पताल

बस्ती: 16 दिसंबर को जिले में एनीमिया दिवस मनाया जाएगा. इस दौरान जिला प्रशासन एनीमिक मरीजों को आयरन की गोलियां देगा और मरीजों को इंजेक्शन लगाए जाएंगे. वहीं आयरन के इंजेक्शन से मरीजों को रिएक्शन होने की समस्या सामने आई है. इस पर इंजेक्शन पर रोक लगा दी गई है.

आयरन के इंजेक्शन से रिएक्शन, लगाई गई रोक

यूपी ड्रग कॉरपोरेशन ने आयरन शुक्रोज इंजेक्शन की आपूर्ति की है. रिएक्शन की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. मरीजों ने बेचैनी और घबराहट होने की शिकायत की है. सभी सीएचसी/ पीएचसी को सूचना देकर इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है. जांच के लिए कॉरपोरेशन को इंजेक्शन का नमूना भेजा जा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: बस्ती: डीएम का 'ऑपरेशन मीडिएटर', भूमि विवादों में नहीं लगाने होंगे थाना-कोर्ट के चक्कर

3000 ऑयरन इंजेक्शन की आपूर्ति

  • यूपी ड्रग कॉरपोरेशन की ओर से जिले की सीएमएसडी को 3000 ऑयरन इंजेक्शन की आपूर्ति की गई है.
  • यह इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की एलियन कंपनी का बना है.
  • जानकारों का कहना है कि यह इंजेक्शन जब आया था, तभी जमा हुआ दिख रहा था.
  • तब यह माना गया था कि ठंडी जगह पर रखे जाने से ऐसा हुआ होगा.
  • इसे मरीजों को चढ़ाया जा रहा है. तो मरीजों को एलर्जी हो रही है.
  • सीएचसी/ पीएचसी से इस बात की सूचना जिले पर दी गई.
  • शिकायत गंभीर होने के कारण अधिकारियों ने इसके इस्तेमाल को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया है.

ये भी पढ़ें: बस्ती: प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को नहीं मिला स्वेटर

ऑयरन शुक्रोज इंजेक्शन शरीर में हिमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए लगता है. जिन लोगों में हिमोग्लोबिन मानक से कम पाया जाता है, उन्हें यह इंजेक्शन लगाने की सलाह चिकित्सक देते हैं. आमतौर पर इसे गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों एनिमिक व लंबे समय से बीमार लोगों को लगाया जाता है. गुणवत्ता खराब होने पर इसका दुष्प्रभाव पड़ सकता है.

उप प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ आशीष ने बताया कि ऑयरन शुक्रोज इंजेक्शन से रिएक्शन की शिकायत कुछ जगहों से मिली. इसे देखते हुए उस बैच व कंपनी के इंजेक्शन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है. जांच के लिए नमूना ड्रग कॉरपोरेशन को भेजा जा रहा है.

बस्ती: 16 दिसंबर को जिले में एनीमिया दिवस मनाया जाएगा. इस दौरान जिला प्रशासन एनीमिक मरीजों को आयरन की गोलियां देगा और मरीजों को इंजेक्शन लगाए जाएंगे. वहीं आयरन के इंजेक्शन से मरीजों को रिएक्शन होने की समस्या सामने आई है. इस पर इंजेक्शन पर रोक लगा दी गई है.

आयरन के इंजेक्शन से रिएक्शन, लगाई गई रोक

यूपी ड्रग कॉरपोरेशन ने आयरन शुक्रोज इंजेक्शन की आपूर्ति की है. रिएक्शन की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. मरीजों ने बेचैनी और घबराहट होने की शिकायत की है. सभी सीएचसी/ पीएचसी को सूचना देकर इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है. जांच के लिए कॉरपोरेशन को इंजेक्शन का नमूना भेजा जा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: बस्ती: डीएम का 'ऑपरेशन मीडिएटर', भूमि विवादों में नहीं लगाने होंगे थाना-कोर्ट के चक्कर

3000 ऑयरन इंजेक्शन की आपूर्ति

  • यूपी ड्रग कॉरपोरेशन की ओर से जिले की सीएमएसडी को 3000 ऑयरन इंजेक्शन की आपूर्ति की गई है.
  • यह इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की एलियन कंपनी का बना है.
  • जानकारों का कहना है कि यह इंजेक्शन जब आया था, तभी जमा हुआ दिख रहा था.
  • तब यह माना गया था कि ठंडी जगह पर रखे जाने से ऐसा हुआ होगा.
  • इसे मरीजों को चढ़ाया जा रहा है. तो मरीजों को एलर्जी हो रही है.
  • सीएचसी/ पीएचसी से इस बात की सूचना जिले पर दी गई.
  • शिकायत गंभीर होने के कारण अधिकारियों ने इसके इस्तेमाल को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया है.

ये भी पढ़ें: बस्ती: प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को नहीं मिला स्वेटर

ऑयरन शुक्रोज इंजेक्शन शरीर में हिमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए लगता है. जिन लोगों में हिमोग्लोबिन मानक से कम पाया जाता है, उन्हें यह इंजेक्शन लगाने की सलाह चिकित्सक देते हैं. आमतौर पर इसे गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों एनिमिक व लंबे समय से बीमार लोगों को लगाया जाता है. गुणवत्ता खराब होने पर इसका दुष्प्रभाव पड़ सकता है.

उप प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ आशीष ने बताया कि ऑयरन शुक्रोज इंजेक्शन से रिएक्शन की शिकायत कुछ जगहों से मिली. इसे देखते हुए उस बैच व कंपनी के इंजेक्शन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है. जांच के लिए नमूना ड्रग कॉरपोरेशन को भेजा जा रहा है.

Intro:रिपोर्ट - सतीश श्रीवास्तव
बस्ती यूपी
मो -9889557333

स्लग - सरकार का जहरीला इंजेक्शन

एंकर - सोमवार को जिला प्रशासन एनीमिया दिवस मनाने जा रहा है और अभियान चलाकर एनीमिक मरीजों में आयरन की गोलियां या इंजेक्शन लगाए जाएंगे, मगर जिले में आयरन का खराब इंजेक्शन सप्लाई कर दिया गया है जिससे ऑयरन का इंजेक्शन लगाने से मरीजों को रिएक्शन हो रहा है। यूपी ड्रग कारपोरेशन ने ऑयरन शुक्रोज इंजेक्शन की आपूर्ति की है। रिएक्शन की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। मरीजों ने बेचैनी और घबराहट होने की शिकायत की है। सभी सीएचसी/ पीएचसी को सूचना देकर इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। जांच के लिए कारपोरेशन को इंजेक्शन का नमूना भेजा जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

यूपी ड्रग कारपोरेशन की ओर से जिले की सीएमएसडी को 3000 ऑयरन इंजेक्शन की आपूर्ति की गई है। यह इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की एलियन कंपनी का बना है। जानकारों का कहना है कि यह इंजेक्शन जब आया था, तभी जमा हुआ दिख रहा था। तब यह माना गया था, कि ठंडी जगह पर रखे जाने से ऐसा हुआ होगा। इसे जब मरीजों को चढ़ाया जा रहा है तो उन्हें समस्या हो रही है। रिएक्शन की शिकायत मिल रही है। मामला जीवन से जुड़ा होने के कारण सीएचसी/ पीएचसी से इस बात की सूचना जिले पर दी गई। शिकायत गंभीर होने के कारण अधिकारियों ने इसके इस्तेमाल को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया है।



Body:ऑयरन शुक्रोज इंजेक्शन शरीर में हीमोग्लोबीन बढ़ाने के लिए लगता है। जिन लोगों में हीमोग्लोबीन मानक से कम पाया जाता है, उन्हें यह इंजेक्शन लगाने की सलाह चिकित्सक देते हैं। आमतौर से इसे गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों एनिमिक व लंबे समय से बीमार लोगों को लगाया जाता है। गुणवत्ता खराब होने पर इसका दुष्प्रभाव पड़ सकता है।


Conclusion:उप प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ आशीष ने इस बाबत बताया कि ऑयरन शुक्रोज इंजेक्शन से रिएक्शन की शिकायत कुछ जगहों से मिल रही थी। इसे देखते हुए उस बैच व कंपनी के इंजेक्शन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। जांच के लिए नमूना ड्रग कारपोरेशन को भेजा जा रहा है।

बाइट - मरीज
बाइट - डॉक्टर आशीष ..... उप प्रभारी सी एच सी कप्तानगंज
बाइट - अरविंद .......सी डी ओ


बस्ती up
Last Updated : Dec 14, 2019, 10:52 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.