बस्ती: 16 दिसंबर को जिले में एनीमिया दिवस मनाया जाएगा. इस दौरान जिला प्रशासन एनीमिक मरीजों को आयरन की गोलियां देगा और मरीजों को इंजेक्शन लगाए जाएंगे. वहीं आयरन के इंजेक्शन से मरीजों को रिएक्शन होने की समस्या सामने आई है. इस पर इंजेक्शन पर रोक लगा दी गई है.
यूपी ड्रग कॉरपोरेशन ने आयरन शुक्रोज इंजेक्शन की आपूर्ति की है. रिएक्शन की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. मरीजों ने बेचैनी और घबराहट होने की शिकायत की है. सभी सीएचसी/ पीएचसी को सूचना देकर इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है. जांच के लिए कॉरपोरेशन को इंजेक्शन का नमूना भेजा जा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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3000 ऑयरन इंजेक्शन की आपूर्ति
- यूपी ड्रग कॉरपोरेशन की ओर से जिले की सीएमएसडी को 3000 ऑयरन इंजेक्शन की आपूर्ति की गई है.
- यह इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की एलियन कंपनी का बना है.
- जानकारों का कहना है कि यह इंजेक्शन जब आया था, तभी जमा हुआ दिख रहा था.
- तब यह माना गया था कि ठंडी जगह पर रखे जाने से ऐसा हुआ होगा.
- इसे मरीजों को चढ़ाया जा रहा है. तो मरीजों को एलर्जी हो रही है.
- सीएचसी/ पीएचसी से इस बात की सूचना जिले पर दी गई.
- शिकायत गंभीर होने के कारण अधिकारियों ने इसके इस्तेमाल को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया है.
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ऑयरन शुक्रोज इंजेक्शन शरीर में हिमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए लगता है. जिन लोगों में हिमोग्लोबिन मानक से कम पाया जाता है, उन्हें यह इंजेक्शन लगाने की सलाह चिकित्सक देते हैं. आमतौर पर इसे गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों एनिमिक व लंबे समय से बीमार लोगों को लगाया जाता है. गुणवत्ता खराब होने पर इसका दुष्प्रभाव पड़ सकता है.
उप प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ आशीष ने बताया कि ऑयरन शुक्रोज इंजेक्शन से रिएक्शन की शिकायत कुछ जगहों से मिली. इसे देखते हुए उस बैच व कंपनी के इंजेक्शन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है. जांच के लिए नमूना ड्रग कॉरपोरेशन को भेजा जा रहा है.