बस्ती : जिले में फर्जी कागजातों से शिक्षक की नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों का राजफाश होने लगा है. जिले में पिछले दो साल में 32 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है. उन्हें नौकरी से बर्खास्त किया जा चुका है. ताजा मामला कुदरहा का सामने आया है. यहां के सहायक अध्यापक पर फर्जी मार्कशीट से नौकरी हथियाने का आरोप लगा है. उनकी 10वीं की मार्कशीट फेक होने का आरोप लगाया गया है. उनको नौकरी करते 20 साल हो चुके हैं.
एक साल में दो बोर्ड से पास की परीक्षा : शिकायतकर्ता विनोद यादव ने बताया कि मामला कुदरहा ब्लॉक के चिलवनिया प्राथमिक विद्यालय का है. सहायक अध्यापक के पद पर तैनात शिक्षक के खिलाफ बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत की गई. आरोप है कि उन्होंने दसवीं की परीक्षा एक ही साल में दो बार पास की. इसमें एक में पास हुए जबकि एक में फेल. शिक्षक पर आरोप है कि फर्जीवाड़ा करके उन्होंने दो अलग-अलग बोर्ड यूपी और संस्कृत से दसवीं की रेगुलर परीक्षा वर्ष 2003 में दी. यूपी बोर्ड की परीक्षा में वे फेल हो गए, संस्कृत की परीक्षा को उन्होंने पास कर लिया. इस आधार पर वे सहायक अध्यापक के पद पर पोस्ट हुए.
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जांच के लिए कमेटी गठित : विनोद यादव ने डीएम और बीएसए से मिलकर पूरे प्रकरण से अवगत कराया. शिक्षक की दसवीं की दोनों मार्कशीट का हवाला देकर कार्रवाई की मांग की. इतना ही नहीं दोनों रिजल्ट में शिक्षक की जन्मतिथि भी अलग-अलग दर्शाई गई है. शिकायतकर्ता का कहना है कि दसवीं की फर्जी मार्कशीट और अलग-अलग जन्मतिथि के आधार पर विभाग को अंधेरे में रखकर नौकरी हासिल की गई. बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार ने बताया कि फर्जी मार्कशीट को लेकर शिकायत की गई है. इसकी जांच कराने के लिए कमेटी गठित कर दी गई है. रिपोर्ट मिलने के बाद शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.
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