बस्ती: भाजपा के नेता और वरिष्ठ समाजसेवी मोहम्मद अकरम ने मंगलवार की सुबह आत्महत्या कर ली. वारदात के बाद परिजन आनंन-फानन में पुलिस को बिना सूचना दिए अकरम के शव दफन करने के फिराक में थे. तभी पड़ोसियों ने पुलिस को जानकारी दे दी. सूचना मितले ही पुलिस मौके पर पहुंची. कोतवाली पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाकर जांच पड़ताल शुरू कर दी. पुलिस को शव के पास से उसकी लाइसेंसी रिवॉल्वर और एक सुसाइड नोट मिला है.
बता दें कि बीजेपी नेता मोहम्मद अकरम बेगम खैर इंटर कॉलेज के प्रबंधक और उनकी पहचान वरिष्ठ समाजसेवी के रूप में रही है. जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से मोहम्मद अकरम काफी कर्ज में डूबे हुए थे. पारिवारिक कलह से भी वे अक्सर परेशान रहा करते थे. पड़ोसियों का कहना है कि अकरम दिमागी तौर पर स्वास्थ्य नहीं थे. जिस वजह से वे डिप्रेशन में थे. मंगलवार की सुबह अकरम ने अपने कमरे में आत्महत्या कर ली. इस बात की जानकारी परिजनों को काफी देर बाद हुई. उन्होंने कमरे में जाकर देखा तो लाश को देखकर उनके होश उड़ गए.
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इसके बाद मृतक अकरम के परिजन बिना पुलिस को जानकारी दिए ही शव को लेकर गांव जाने के फिराक में थे, ताकि पुलिस केस न बने. लेकिन, उनकी मनसा पर पानी फिर गया. जानकारी होते ही मौके पर जिला अस्पताल के चौकी इंचार्ज ललितकांत पांडे ने शव को ले जाने से रुकवाया और पुलिस अधिकारियों को घटना के बारे में जानकारी दी. जिसके बाद मौके पर फोरेंसिक टीम भी पहुंची और सुबूत इकट्ठा करना शुरू किया. कोतवाल विनय पाठक ने बताया कि अकरम खान ने अपने आवास मुरलीजोत मोहल्ले में आत्महत्या कर ली है. उनके शव के पास से सुसाइड नोट और रिवाल्वर बरामद हो गई है. पुलिस आगे की जांच कर रही है, तथ्यों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जायेगी.
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