बस्ती: पूरे भारत में कोरोना वायरस की महामारी के चलते लॉकडाउन किया गया है. वहीं एक इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहां परिवार वालों को शव दफनाने के लिए प्रशासन से परमिशन नहीं मिली, जिसके बाद परिजनों को दाह संस्कार के लिए शव को ठेले पर ही लेकर निकल पड़ा. उस शख्स को अपनों का कन्धा तक नसीब नहीं हुआ.
परिजन ठेले पर शव लेकर पहुंचे श्मशान घाट
पिकारा दत्तू राय मोहल्ले में बिना कंधा दिए शव को ठेले पर ले जाकर परिजनों ने अंतिम संस्कार किया. लॉकडाउन के दौरान अंतिम संस्कार करने के लिए ठेले पर शव को लेकर परिजन दाह संस्कार करने के लिए निकल पड़े, हर कोई यह दृश्य देखकर सोच में पड़ा था कि आज ऐसी मजबूरी आ गई है कि शव को चार कंधे तक नसीब नहीं हो रहे हैं.
प्रशासन ने नहीं दी परमिशन
पुलिस विभाग द्वारा बताया गया कि अगर आपके पास वाहन है तो ले जाएं. अगर व्यवस्था नहीं है तो एक मीटर की दूरी बनाकर शव का अंतिम संस्कार करिए. वहीं परिजनों ने बताया कि यह बात बताई गई थी कि हमारे पास चार पहिया वाहन नहीं है, सिर्फ एक ठेला है. जिसके बाद पुलिस ने कहा कि ठेला है तो उसी से ले जाओ.
घर से फोन आया कि पिता जी की मृत्यु हो चुकी है. जब घर पहुंचा तो मोहल्ले वालों ने बताया कि अंतिम संस्कार के लिए प्रशासन को सूचित करना पड़ेगा. जब मैं थाने पर गया तो वहां बताया कि एसडीएम से परमिशन लेकर आओ. तब अंतिम संस्कार होगा.
-श्याम लाल, मृतक का बेटा