बस्ती: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू कांग्रेस की जोनल समीक्षा बैठक में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने हाथरस की घटना पर बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी को यह स्पष्ट करना होगा की वो अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए प्रदेश की जनता से क्या-क्या कहेंगे, वो सबक क्यों नहीं लेते, कार्रवाई क्यों नहीं करते. उन्होंने कहा कि बच्ची को जब इलाज की जरूरत थी तो समुचित व्यव्सथा नहीं थी. किसकी इजाजत से उस बेटी का अंतिम संस्कार किया गया. इस मामले को दूसरी तरफ घुमाने की बजाए मुख्यमंत्री जी बता दें कि उस बेटी को न्याय मिलेगा या नहीं.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम पर बोला हमला
अजय कुमार लल्लू ने कहा मुझे लगता है कि पीड़ित परिवार और पूरा देश सुप्रीम कोर्ट की देख-रेख में जांच चाहता है. सरकार सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में जांच से क्यों भाग रही है. सीबीआई जांच पर भरोसा न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आप को याद होगा कि मैनपुरी में एक ब्राहम्ण परिवार की बेटी जिसके साथ घटना घटित हुई. उस घटना के लिए सीबीआई जांच का आदेश हुआ. आज उसका परिवार दर-दर की ठोकर खा रहा है. सीबीआई जांच की सिफारिश हुई, लेकिन आज तक सीबीआई जांच शुरू नहीं हुई. सजीत यादव का अपहरण हुआ और हत्या हुई. इस मामले में भी सीबीआई जांच की सिफारिश हुई, लेकिन आज तक जांच शुरू नहीं हुई. यूपीएससी का घोटाला हुआ, आज तक सीबीआई जांच शुरू नहीं हुई. ये सरकार जांच पर जांच करने की बात कहकर प्रदेश की जनता को धोखा दे रही है.
बसपा सुप्रीमो पर बोला हमला
बसपा सुप्रीमो मायावती के राजस्थान में साधु की हत्या के ट्वीट पर अजय कुमार लल्लू ने कहा कि राजस्थान की जो घटना हुई हम सबकी संवेदना पीड़ित परिवार के साथ है. बहनजी सिर्फ यह बता दें न वो हाथरस गईं, न वो गोरखपुर, न लखीमपुर और न ही किसी के दुख-सुख का हस्सा बनीं, न किसी मुद्दे पर सड़क पर उतरीं. इतना ही नहीं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के साथ बदसलूकी हुई, कांग्रेस ने सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया, बसपा बताए उसने हाथरस या तमाम दलित भाई बहनों के साथ जो घटनाएं हो रही हैं उस पर क्या कर रही है.
सीएम योगी के विभाजन वाले बयान पर किया पलटवार
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पूरा देश जानता है कि दंगों का मुकदमा किसके ऊपर दर्ज है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हों या उनके मंत्री हों उनके ऊपर दंगों के मुकदमे दर्ज रहे हैं. सरकार आने के बाद दंगों के मुकदमे वापस लिए गए हैं. देश जानता है, प्रदेश जानता है दलित, पिछड़े, आदिवासी, अल्पसंख्यक लोगों के ऊपर लगातार अत्याचार कौन सी सरकार कर रही है. कौन आरक्षण छीन रहा है, कौन लोगों के विभाजन की स्थिति में प्रदेश को बांटना चाहता है. पूरा देश इस बात को जानता है.