बस्ती: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने 20 अप्रैल से राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल टैक्स की वसूली शुरू कर दी है. वहीं लॉकडाउन में सरकार के टोल टैक्स वसूलने के फैसले पर विरोध के स्वर भी सुनाई देने लगे हैं. बस्ती जनपद के कांग्रेस नेता और पूर्व ब्लाक प्रमुख ने टोल टैक्स न वसूलने और तीन माह तक मुफ्त करने को लेकर पीएम मोदी और सीएम योगी को पत्र लिखा है.
जनपद के बहादुरपुर ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख और कांग्रेस नेता राणा दिनेश प्रताप सिंह ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जब पूरे देश में लॉकडाउन है तो, ऐसे में अभी टोल टैक्स वसूलने का क्या औचित्य है. उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार कोरोना से लड़ने की बात कर रही है और वही पैसे वसूलने में लगी हुई है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि आम आदमी अपने घरों में है. सड़क या हाइवे पर सिर्फ आवश्यक सेवा देने वाले लोग ही चल रहे हैं. फिर इन कोरोना वारियर्स से कैसे वसूली की जा सकती है. उन्होंने कहा कि मैंने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी से टोल टैक्स को पूरे देश मे तीन महीने के लिए मुफ्त करने की मांग की है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि घरों में बैठने के कारण लोगों के पास पैसे की किल्लत है. सरकार को इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए.
दरअसल, मोदी सरकार ने कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के दौरान 25 मार्च से टोल टैक्स की वसूली अस्थाई तौर पर रोक दी थी, ताकि आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई में दिक्कत न हो. वहीं 20 अप्रैल से एक बार फिर टोल वसूलने के आदेश जारी कर दिया गया. हालांकि अभी 3 मई तक लॉकडाउन पूरे देश मे लगा हुआ है.