बस्ती: महोत्सव की दूसरी शाम ऐसा लगा जैसे भगवान श्री राम की धरती पर मानो ब्रज उतर आया हो. लोकनृत्य की कृष्ण लीलाओं के माध्यम से गीतांजलि शर्मा और उनकी टीम ने ब्रज की लठमार होली की प्रस्तुति से ऐसा समां बांधा कि राम की नगरी कृष्ण की भक्ति में घुल सी गई.
फूलों की बारिश के बीच महोत्सव में 'बिरज में होरी रे रसिया' के सुर गुंजे तो लोग फाल्गुन रंग में सराबोर हो गए. जीआईसी मैदान में आयोजित बस्ती महोत्सव में आईं गीतांजलि शर्मा की प्रस्तुति ने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया. पहली बार महोत्सव के मंच पर पहुंची अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शास्त्रीय नृत्यांगना यश भारती सम्मानित गीतांजलि शर्मा एंड टीम की प्रस्तुति हर किसी के जुबां पर छाई रही.
इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में गीतांजलि ने कहा कि बस्ती महोत्सव जैसे कार्यक्रम आज की पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी को जोड़ने का काम करते हैं. आज जब हमने इतने बड़े मंच पर परफॉर्म किया तो इससे कई लोगों को प्रेरणा मिली होगी कि हम भी इतने बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करें. उन्होंने कहा कि हम बहुत सी बालिकाओं को कथक और अन्य क्लासिकल में तैयार कर रहे हैं.
इसे भी पढ़ें- मैथिली ठाकुर के स्वरों की कायल हुई बस्ती, गीतों पर जमकर झूमे लोग
गीतांजलि ने बताया कि लगभग 1500 बच्चों को नृत्य में पारंगत किया है. गीतांजलि शर्मा ने कहा कि इस काम में मीडिया का भी बहुत बड़ा योगदान है. अगर मीडिया फोक, ट्रेडिशनल और कल्चरल प्रोग्राम को दिखाए तो लोगों को और प्रेरणा मिलेगी. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रतिभा को निखारने के लिए एक अच्छे गुरु का होना बहुत जरूरी है. गीतांजलि शर्मा बनारस में पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति के सामने अपनी प्रस्तुति दे चुकी हैं.