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प्रधानी का चुनाव जीतने के लिए दावेदार ने खुद को मारी गोली, ड्रामे का खुलासा - बस्ती के परसरामपुर में प्रधान का चुनाव जीतने को नकली हमला

बस्ती जिले में परसरामपुर में गुरुवार को एक व्यक्ति पर जानलेवा हमले की सूचना मिली थी. पुलिस ने जांच के बाद खुलासा किया को पीड़ित ने अपने साथियों के साथ मिलकर खुद ही घटना का अंजाम दिया है.

बस्ती
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Published : Feb 26, 2021, 8:53 PM IST

Updated : Feb 26, 2021, 9:35 PM IST

बस्तीः प्रधानी का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, राजनीति के नये-नये रंग भी सामने आ रहे हैं. लेकिन बस्ती में तो एक दावेदार ने गजब ही कर दिया. उसने बिल्कुल फिल्मी तरीका अपनाया और खुद पर ही गोली चला ली लेकिन पुलिस ने 24 घंटे के अंदर गोलीकांड के ड्रामे का खुलासा कर दिया.

खुद को मारी गोली

जानें पूरा मामला
दरअसल, गुरुवार को पुलिस को सूचना मिली की ग्राम बबुऔना थाना क्षेत्र परसरामपुर में कुछ बदमाशों ने अशोक यादव पुत्र स्व. मोतीराम यादव को गोली मार दी है. इसमें वह घायल हो गए हैं. इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक बस्ती के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक परसरामपुर, SOG टीम और स्वाट टीम ने मौके पर पहुंचकर घायल अशोक यादव को पुलिस की सुरक्षा में चिकित्सा के लिए CHC परसरामपुर भेजा. पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की.

ग्रामीणों और आसपास के प्रत्यक्षदर्शियों से पुलिस ने पूछताछ की. जांच में पता चला की आलोक सिंह आपसी मुकदमेबाजी को लेकर प्रतिपक्षी पंकज कुमार सिंह जो वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि हैं, उनसे रंजिश रखते हैं. इसी रंजिश के कारण आलोक सिंह ने अपने घर में दिनांक 25 फरवरी को अशोक यादव, प्रदीप गौतम, गुरुप्रसाद और अशोक यादव के रिश्तेदार मस्तराम यादव को साजिश में शामिल करके बैठक की.

इसी बैठक के बाद रात करीब 7.30 बजे सभी चारों लोग अशोक के घर आए. आलोक सिंह और गुरुप्रसाद, अशोक यादव के घर के बगल की गली में असलहे के साथ खड़े रहे और प्रदीप गौतम और मस्तराम यादव अशोक के घर गए. मस्तराम मोटरसाइकिल पर ही बैठा रहा और प्रदीप अशोक के घर के बरामदे में गया और उनके घर की लाइट बंद कर दी. योजनानुसार प्रदीप गौतम को गोली मारनी थी लेकिन वह हिम्मत नहीं कर पाया तो अशोक ने स्वयं ही पिस्टल लेकर एक फायर हवा में किया और दूसरी गोली अपनी बायीं बांह में मार ली. उसके बाद अशोक के अलावा सभी लोग शस्त्र लेकर फरार हो गए. आलोक ने अपने मोबाइल से 108 नंबर पर एंबुलेंस को सूचना दे दी. मौके पर प्रत्यक्षदर्शियों से वार्ता, पूछताछ, घटनास्थल की परिस्थितियों का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद पुलिस टीम ने पाया कि यह घटना अशोक यादव और उसके साथियों ने स्वयं ही की है. सभी ने निवर्तमान प्रधान को फंसाने और अशोक यादव को उम्मीदवार बनाने के लिए घटना को अंजाम दिया. मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने चारों अभियुक्तों को शुक्रवार को छपिया रोड नारायनपुर से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उनके पास से घटना में प्रयुक्त पिस्टल और अन्य अवैध असलहे बरामद कर सभी को जेल भेज दिया.

बस्तीः प्रधानी का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, राजनीति के नये-नये रंग भी सामने आ रहे हैं. लेकिन बस्ती में तो एक दावेदार ने गजब ही कर दिया. उसने बिल्कुल फिल्मी तरीका अपनाया और खुद पर ही गोली चला ली लेकिन पुलिस ने 24 घंटे के अंदर गोलीकांड के ड्रामे का खुलासा कर दिया.

खुद को मारी गोली

जानें पूरा मामला
दरअसल, गुरुवार को पुलिस को सूचना मिली की ग्राम बबुऔना थाना क्षेत्र परसरामपुर में कुछ बदमाशों ने अशोक यादव पुत्र स्व. मोतीराम यादव को गोली मार दी है. इसमें वह घायल हो गए हैं. इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक बस्ती के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक परसरामपुर, SOG टीम और स्वाट टीम ने मौके पर पहुंचकर घायल अशोक यादव को पुलिस की सुरक्षा में चिकित्सा के लिए CHC परसरामपुर भेजा. पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की.

ग्रामीणों और आसपास के प्रत्यक्षदर्शियों से पुलिस ने पूछताछ की. जांच में पता चला की आलोक सिंह आपसी मुकदमेबाजी को लेकर प्रतिपक्षी पंकज कुमार सिंह जो वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि हैं, उनसे रंजिश रखते हैं. इसी रंजिश के कारण आलोक सिंह ने अपने घर में दिनांक 25 फरवरी को अशोक यादव, प्रदीप गौतम, गुरुप्रसाद और अशोक यादव के रिश्तेदार मस्तराम यादव को साजिश में शामिल करके बैठक की.

इसी बैठक के बाद रात करीब 7.30 बजे सभी चारों लोग अशोक के घर आए. आलोक सिंह और गुरुप्रसाद, अशोक यादव के घर के बगल की गली में असलहे के साथ खड़े रहे और प्रदीप गौतम और मस्तराम यादव अशोक के घर गए. मस्तराम मोटरसाइकिल पर ही बैठा रहा और प्रदीप अशोक के घर के बरामदे में गया और उनके घर की लाइट बंद कर दी. योजनानुसार प्रदीप गौतम को गोली मारनी थी लेकिन वह हिम्मत नहीं कर पाया तो अशोक ने स्वयं ही पिस्टल लेकर एक फायर हवा में किया और दूसरी गोली अपनी बायीं बांह में मार ली. उसके बाद अशोक के अलावा सभी लोग शस्त्र लेकर फरार हो गए. आलोक ने अपने मोबाइल से 108 नंबर पर एंबुलेंस को सूचना दे दी. मौके पर प्रत्यक्षदर्शियों से वार्ता, पूछताछ, घटनास्थल की परिस्थितियों का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद पुलिस टीम ने पाया कि यह घटना अशोक यादव और उसके साथियों ने स्वयं ही की है. सभी ने निवर्तमान प्रधान को फंसाने और अशोक यादव को उम्मीदवार बनाने के लिए घटना को अंजाम दिया. मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने चारों अभियुक्तों को शुक्रवार को छपिया रोड नारायनपुर से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उनके पास से घटना में प्रयुक्त पिस्टल और अन्य अवैध असलहे बरामद कर सभी को जेल भेज दिया.

Last Updated : Feb 26, 2021, 9:35 PM IST
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