बस्ती: जिले में अतिक्रमण के एक मामले को लेकर बीजेपी विधायक समर्थक और प्रशासन आमने-सामने आ गए. इसके बाद शनिवार को भाजपा विधायक के भाई सहित 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
दरअसल, पिछले कई सालों से अवैध अतिक्रमण शहरवासियों के लिए मुसीबत बना हुआ है. इस बीच तमाम अधिकारी आये और गए, लेकिन कोई भी अतिक्रमण हटवाने में सफल नहीं हुआ. वहीं अब डीएम आशुतोष निरंजन के निर्देश पर अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई शुरू की गई है. इसका आगाज हरैया तहसील से किया गया. हरैया तहसील के अंतर्गत कई जगहों पर अतिक्रमण के लिए टीम गठित कर विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई की गई.
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अभियान के तहत नगर पालिका प्रशासन ने चुंगी भवन, पांडे बाजार, बांसी रोड के अवैध कब्जे के मामले में बड़ी कार्रवाई की. इस दौरान बीजेपी विधायक संजय जायसवाल के भाई समेत कुछ अन्य लोगों के द्वारा सरकारी काम में व्यवधान डाला गया, जिससे प्रशानिक अमला अतिक्रमण अभियान को सुचारु रूप से हटाने में असफल रहा. इसके बाद नगरपालिका के प्रभारी अधिशासी अधिकारी घनश्याम चित्रगुप्त ने एफआईआर लिखवाई है. भाजपा विधायक संजय जायसवाल के दो भाइयों और स्थानीय सभासद समेत 15 लोगों को नामजद करते हुए 3/4 सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984, क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट और आईपीसी की धारा 186, 147, 148, 149, 323, 504, 506, 447, 448, 427 के तहत एफआईआर दर्ज कराई है. दर्ज प्राथमिकी में उन्होंने चुंगी भवन पर अवैध कब्जा किए जाने और अवैध कब्जा हटाने गए प्रशासनिक अमले पर हमला किए जाने और गाली-गलौज का आरोप लगाया है.
इस बाबत जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने विधायक संजय जायसवाल का नाम लेने से इनकार करते हुए कहा कि किसी का नाम लेने से ठीक यह है कि अतिक्रमणकारी कहा जाए. जो लोग भी नियम विरुद्ध काम करेंगे वो प्रशासन के लिए सिर्फ अतिक्रमणकारी हैं. इसके अलावा कुछ नहीं.