बस्ती: पंचायत भवन, अंत्येष्टि स्थल और सामुदायिक शौचालय निर्माण में मानकों की अनदेखी करने, कार्य को समय से न कराने के आरोप में सात ग्राम पंचायत अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई है. डीएम आशुतोष निरंजन ने सातों को निलंबित करते हुए चार्जशीट जारी करने का निर्देश दिया है.
डीपीआरओ विनय कुमार सिंह, डीपीसी राजा शेर सिंह, विष्णुदेव नाथ तिवारी, अजय पांडेय व सहायक विकास अधिकारियों ने जिले के 12 से अधिक ग्राम पंचायतों में चल रहे विकास कार्य का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान पता चला कि कुदरहा विकास खंड के सिसई बाबू ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय का निर्माण मानक विहीन कराया गया है. कुदरहा के जगन्नाथपुर में अंत्येष्टि स्थल का काम पूरा नहीं है. विकास खंड सांऊघाट के पिपराचंद्रपति ओर दुबौलिया के हरिपालपुर में बन रहे सामुदायिक शौचालय की गुणवत्ता खराब है.
खास बातें
- डीएम ने 12 से अधिक ग्राम पंचायतों का किया निरीक्षण.
- डीएम ने निरीक्षण के दौरान 7 ग्रांम पंचायत सचिवों को निलंबित करते हुए चार्जशीट जारी करने का दिया निर्देश.
निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि, विकास खंड गौर के पिरैला में पंचायत भवन का निर्माण धीमी गति से हो रहा है. वहीं सांऊघाट के पड़री में पंचायत भवन में लगाए जा रहे ईंट की गुणवत्ता काफी खराब मिली. सल्टौआ के बेतौहा में अंत्येष्टि स्थल का निर्माण भी मानक विहीन हो रहा है. अधिकारियों की आख्या पर डीएम ने सातों ग्रांम पंचायत सचिवों को निलंबित करते हुए चार्जशीट जारी करने का निर्देश दिया है. डीपीआरओ विनय सिंह ने बताया कि जांच में जिन पंचायत सचिवों ने अपने कार्यों में लापरवाही की है उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है.