बस्ती: पंचायत चुनाव से पहले अपने चहेतों को प्रधान बनाने की चाहत रखने वाले राजनीतिक लोग साम दाम दंड भेद हर तरह का हथकंडा अपनाकर प्रधानी की कुर्सी हासिल करना चाहते हैं. इसके लिए अब संभावित उम्मीदवार बाहरी वोटरों को अपनी जीत का सहारा बनाकर गांव का प्रथम नागरिक बनने की कोशिश और साजिश में लगे हुए हैं. इसी क्रम में हरैया तहसील के कई गांव में संभावित प्रधान पद के उम्मीदवारों ने वोटर लिस्ट में बड़ा खेल किया है.
जानें पूरा मामला
मामला दुबौलिया ब्लॉक के धरमुपुर एहतमाली गांव का है, जहां बीएलओ और सुपरवाइजर ने आर्थिक और राजनैतिक दबाव में अंबेडकर नगर जिले के करनपुर बर्साव गांव के ग्रामीणों को बस्ती के धर्मूपुर एहतमाली गांव का फर्जी वोटर बना दिया. ताकि जब वोट पड़े तब ये सभी उस प्रधान के पक्ष में वोट करें और इन फर्जी वोटरों के बल पर उसे जीत मिल जाए. बूथ लेवल ऑफिसर ने फर्जी वोटरों को लिस्ट में जोड़ भी दिया और वोटर भी बना दिया. इस बात की जानकारी जैसे ही गांव के जागरूक नागरिक राकेश सिंह को हुई तो उन्होंने तहसील के अधिकारियों से शिकायत की और प्रकरण में कार्यवाही की मांग भी की.
दरअसल धर्मुपुर गांव में फर्जी वोट डालने की पूरी तैयारी है. दूसरे जिले के 150 से अधिक वोटरों को इस गांव का वोटर बना दिया गया है. ये सभी फर्जी वोटर बॉर्डर पर गांव बसा होने की वजह से दोनों जिले ने शामिल होकर सरकार की योजनाओं की मलाई काट रहे हैं. बस्ती में भी इन सभी 150 फर्जी वोटरों ने राशन कार्ड से आधार कार्ड तक बनवा लिया है. जबकि वह सभी 30 साल से अंबेडकर नगर जिले में निवास कर रहे हैं, और यहां भी उन लोगों ने सरकार की योजनाओं का लाभ लिया है.
बहरहाल इस मामले में अब आईएएस अधिकारी अनुपम मिश्रा ने कार्रवाई की बात कही है. इस बारे में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बताया कि प्रकरण उनके संज्ञान में आया है और जो भी तथ्य सामने आयेंगे उसको लेकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि फर्जी वोटर कतई वोट नहीं डाल पाएंगे और अगर सरकारी योजना का दो जगह लाभ लिया जा रहा है तो उसकी भी जांच करा के कार्रवाई की जाएगी.