बरेली: जिले के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ऑफिस में शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया. बरेली, बदायू, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बिजनोर सहित कई जिलों से आए छात्रों का कहना है कि उनके अंक पत्रों में केवल प्रोन्नति लिखे होने से उन्हें स्नातक में एडमिशन मिल पा रहा है. कॉलेजों में मेरिट के आधार पर एडमिशन लिए जा रहे हैं. इंटरमीडिएट पास कर चुके इन छात्रों का आरोप है कि वे यूपी बोर्ड ऑफिस और स्कूल के चक्कर लगाकर थक गए हैं. यूपी बोर्ड वाले स्कूल की गलती बता कर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं.
दरअसल, कोरोनाकाल में प्रोन्नत हुए यूपी बोर्ड के छात्रों के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है. ऐसे हजारों छात्र हैं जिनके अंक पत्रों पर केवल प्रोन्नत लिखा हुआ है और स्नातक में एडमिशन मेरिट के आधार पर हो रहे हैं. सीबीएसई और आईएससी बोर्ड के छात्र-छात्राओं को तो कोई परेशानी नहीं हो रही, लेकिन यूपी बोर्ड के छात्रों का एडमिशन नहीं हो पा रहा है. इसे लेकर छात्रों ने पहले बोर्ड ऑफिस पर जमकर प्रदर्शन किया उसके बाद रोड जामकर प्रदर्शन किया.
क्षेत्रीय सचिव यूपी बोर्ड राकेश कुमार ने बताया कि कुछ छात्र कार्यालय अपनी समस्याओं को लेकर आए हैं. 2021 के परीक्षा फल घोषित हुआ है उससे बच्चे असंतुष्ट हैं. इन बच्चों की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार ने यह तरीका निकाला है कि इन बच्चों को परीक्षा में शामिल होना होगा जिसके लिए विज्ञापन प्रकाशित कर दिया गया है. कल अंतिम तिथि है. शासन की प्रणाली से इन्हें अवगत करा दिया गया है. बच्चों से अनुरोध किया गया है अपने स्कूल जाएं फॉर्म भरकर परीक्षा में शामिल हों. उत्तरपुस्तिका की जांचकर जो रिजल्ट आएगा उसका फाइनल रिजल्ट दे दिया जाएगा और पुराना निरस्त कर दिया जाएगा. 6 अक्टूबर तक परीक्षा हो जाएगी.
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