बरेली: केंद्र सरकार ने बच्चों को आर्थिक सहायता देने की योजना शुरू की है. इस योजना का लाभ उन बच्चों को मिलेगा, जिनके माता-पिता की मौत कोविड की वजह से हुई थी. वहीं, प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत आर्थिक मदद बच्चों तक पहुंचाने के लिए उन्हें चिन्हित किया है.
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लिए बरेली मंडल में 9 बच्चों का चयन किया गया है. कोरोना के चलते इन बच्चों ने अपनो को खो दिया था. केंद्र सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री केयर फॉर चिल्ड्रेन स्कीम चलाई जा रही है. इसके तहत आर्थिक रूप से मदद देने के लिए बरेली मंडल में नौ अनाथ बच्चों को चुना गया है. इनमें 4 बच्चे बदायूं और 4 शाहजहांपुर में बच्चों को चिन्हित किया गया है. इन बच्चों की उम्र 18 वर्ष से कम है. केंद्र सरकार ने ऐसे बच्चों के लिए आर्थिक सहायता और पढ़ाई, स्वास्थ संबंधी समस्याओं को दूर करने की पहल की है. इस योजना के तहत आर्थिक सहायता राशि मिलेगी. इसके साथ ही आरोग्य कार्ड और एजुकेशन लोन की सुविधा भी दी जाएगी. केंद्रीय विद्यालय में भी इन बच्चों का प्रवेश कराया जा रहा है.
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कोरोना काल में जिन बच्चों के माता-पिता की मौत हुई है. उसके लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की है. इसमें बरेली मंडल के 720 बच्चों का चयन किया गया है. उनको चार हजार रुपये प्रति माह दिए जाएंगे. इससे बच्चों को अपना खर्चा चलाने में मदद मिलेगी. वहीं, कक्षा 9 से ऊपर छात्र-छात्राओं को सरकार की तरफ से लैपटॉप भी दिया जाएगा.
जिला प्रोविजनल अधिकारी नीता अग्रवाल ने बताया कि बरेली मंडल में ऐसे 9 बच्चों को चुना गया है. इन बच्चों ने कोविड काल में अपने मां-बाप को खो दिया था. अब इन्हें केंद्र सरकार की तरफ से सहायता राशि दी जाएगी. साथ ही यूपी सरकार की तरफ से बरेली मंडल में ऐसे 720 बच्चों को आर्थिक सहायता राशि मिलेगी. इसके लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है कि केंद्र और यूपी सरकार की इन योजनाओं का अधिक से अधिक बच्चों को लाभ मिल सकें.
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