बरेली : एसटीएफ यूनिट को मुखबिर से सूचना मिली कि नेपाल बॉर्डर से बड़ी मात्रा में अवैध चरस को ट्रक में छिपा कर शामली ले जाया जा रहा है. इसके बाद बरेली की एसटीएफ यूनिट और हाफिजगंज थाने की पुलिस के संयुक्त प्रयास से चरस को बरामद कर तस्करों को जब्त कर लिया गया. पुलिस ने जानकारी मिलते ही तलाशी अभियान शुरू कर दिया. इस दौरान एक ट्रक को रोककर जब उसकी तलाशी ली गयी तो उसमें कोई सामान नहीं मिला. पहली बार में एसटीएफ की टीम को लगा कि उन्हें सूचना गलत मिली है. इसके बाद जांच कर रही टीम पर लगे तिरपाल को हटाकर देखा तो उसके नीचे छिपे कट्टे को देखकर दंग रह गयी. ट्रक के केबिन की छत में छिपा कर चरस ले जाया जा रहा था.
चरस बरामद करने के साथ ही पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया. तस्कर मुजाहिद चौहान और उसका भतीजा इशफाक को गिरफ्तार कर लिया गया. तस्करी में शामिल ट्रक का मालिक मुजाहिद चौहान खुद है. पूछताछ के दौरान पता चला कि दोनों आरोपी सोनाली बॉर्डर से अवैध चरस को शामली ले जा रहे थे. वहां से चरस को दिल्ली, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में सप्लाई की जानी थी.
बरेली एसटीएफ यूनिट के इंचार्ज अजय प्रताप सिंह ने बताया कि बरामद चरस की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक करोड़ रुपये है. गिरफ्तार चाचा-भतीजा उत्तर प्रदेश के जिलों में सप्लाई करते हैं. दोनों तस्करों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इनके तार कहां-कहां से जुड़े हैं अब इसका पता लगाया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें - सट्टे में हार गया मां के रुपये, आत्मग्लानि में उठाया ऐसा कदम