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तीन तलाक पीड़िताओं को आयुष्मान कार्ड से मिलेगी मदद: मेरा हक फाउंडेशन

यूपी के बरेली में मेरा हक फाउंडेशन ने आयुष्मान योजना के तहत एक कैंप लगाया. कैंप में तीन तलाक पीड़ित महिलाओं को आयुष्मान कार्ड बनवाकर दिया गया. इससे महिलाएं अपना इलाज करा पाएंगी.

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ईटीवी भारत ने मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष से की बातचीत.
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Published : Dec 27, 2019, 12:01 PM IST

बरेली: मेरा हक फाउंडेशन ने जिले में एक स्वास्थ्य कैंप लगाया. प्रधानमंत्री की प्रमुख स्वास्थ्य योजना आयुष्मान जन आरोग्य का तीन तलाक पीड़िताओं को लाभ देने के लिए यह कैंप लगाया गया है. साथ ही मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में भी इन पीड़िताओं को शामिल किया जाना है, ताकि इनको हर संभव मदद मिले.

आयुष्मान कार्ड से महिलाओं को मिलेगी मदद.


फाउंडेशन अध्यक्ष फरहत नकवी ने दी जानकारी

  • तीन तलाक पीड़ित महिलाओं के लिए यह कैंप लगाया गया है.
  • बहुत ऐसी तीन तलाक पीड़ित महिलाएं हैं, जिनके पास कमाई का कोई जरिया नहीं है.
  • आयुष्मान कार्ड बन जाने के बाद यह महिलाएं अपना इलाज करा पाएंगी.
  • कैंप लगाकर ऐसी महिलाओं को स्मार्ट कार्ड देने का प्रबंध कर रहे हैं.

कैंप में आई मुस्लिम महिलाएं भी आयुष्मान कार्ड बन जाने पर काफी खुश नजर आ रही थीं. उनका कहना है कि इससे वह कम से कम अपना इलाज करा पाएंगी. पीएम मोदी की आयुष्मान योजना हम महिलाओं के लिए वरदान साबित होगी.

इसे भी पढ़ें:- CAA PROTEST: जुमे की नमाज से पहले UP के 21 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद, हाई अलर्ट जारी

आयुष्मान योजना से करीब 13 सौ बीमारियों का इलाज नि:शुल्क होता है. इसमें कैंसर, हृदय, न्यूरो, प्लास्टिक सर्जरी, रेडियोलॉजी समेत अन्य कई गंभीर बीमारियां शामिल हैं. इसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग, महिलाओं का इलाज होता है. तलाक पीड़िता फरहान का कहना है कि आयुष्मान कार्ड हमारे लिए वरदान सिद्ध होगा. हम बड़े अस्पताल में अपना इलाज नहीं करा सकते, क्योंकि हमारे पास उतना पैसा नहीं होता है. इस कार्ड वो भी अब संभव हो जाएगा.

बरेली: मेरा हक फाउंडेशन ने जिले में एक स्वास्थ्य कैंप लगाया. प्रधानमंत्री की प्रमुख स्वास्थ्य योजना आयुष्मान जन आरोग्य का तीन तलाक पीड़िताओं को लाभ देने के लिए यह कैंप लगाया गया है. साथ ही मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में भी इन पीड़िताओं को शामिल किया जाना है, ताकि इनको हर संभव मदद मिले.

आयुष्मान कार्ड से महिलाओं को मिलेगी मदद.


फाउंडेशन अध्यक्ष फरहत नकवी ने दी जानकारी

  • तीन तलाक पीड़ित महिलाओं के लिए यह कैंप लगाया गया है.
  • बहुत ऐसी तीन तलाक पीड़ित महिलाएं हैं, जिनके पास कमाई का कोई जरिया नहीं है.
  • आयुष्मान कार्ड बन जाने के बाद यह महिलाएं अपना इलाज करा पाएंगी.
  • कैंप लगाकर ऐसी महिलाओं को स्मार्ट कार्ड देने का प्रबंध कर रहे हैं.

कैंप में आई मुस्लिम महिलाएं भी आयुष्मान कार्ड बन जाने पर काफी खुश नजर आ रही थीं. उनका कहना है कि इससे वह कम से कम अपना इलाज करा पाएंगी. पीएम मोदी की आयुष्मान योजना हम महिलाओं के लिए वरदान साबित होगी.

इसे भी पढ़ें:- CAA PROTEST: जुमे की नमाज से पहले UP के 21 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद, हाई अलर्ट जारी

आयुष्मान योजना से करीब 13 सौ बीमारियों का इलाज नि:शुल्क होता है. इसमें कैंसर, हृदय, न्यूरो, प्लास्टिक सर्जरी, रेडियोलॉजी समेत अन्य कई गंभीर बीमारियां शामिल हैं. इसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग, महिलाओं का इलाज होता है. तलाक पीड़िता फरहान का कहना है कि आयुष्मान कार्ड हमारे लिए वरदान सिद्ध होगा. हम बड़े अस्पताल में अपना इलाज नहीं करा सकते, क्योंकि हमारे पास उतना पैसा नहीं होता है. इस कार्ड वो भी अब संभव हो जाएगा.

Intro:एंकर:- बरेली में मेरा हक फाउंडेशन के तहत मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की बहन फरात नकवी ने प्रधानमंत्री की प्रमुख स्वास्थ्य योजना आयुष्मान जन आरोग्य का तीन तलाक( triple talaq) पीड़िताओं को लाभ देने के लिए कैम्प लगाया है साथ ही मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में भी इन पीड़िताओं को शामिल किया जाना है। ताकि इन तलाक़ पीड़िताओं को हर संभव मदद मिले।




Body:Vo1:- फरात नकवी का कहना था कि बहुत सारी ऐसी तीन तलाक पीड़ित महिलाएं हैं जिनका कोई कमाने वाला नही है जिसके करण ये अपना खर्चा उठा सकें। ऐसी महिलाओ का आयुष्मान कार्ड बन जाने के बाद यह महिलाएं कम से कम आयुष्मान कार्ड की मदद से अपना इलाज करा सकेंगी इसीलिए हमने कैंप लगाकर ऐसी महिलाओं को स्मार्ट कार्ड देने का प्रबंध करा है। जिससे ये अपना इलाज करवा पाएगी।


बाइट:- फरात नकबी हक फाउंडेशन की अध्यक्ष


Vo2:- वही कैम्प में आई मुस्लिम महिलाएं भी आयुष्मान कार्ड बन जाने पर काफी खुश थीं। उनका भी यही कहना था कि कम से कम हम अपना इलाज करा सकेंगे प्रधानमंत्री मोदी की आयुष्मान कार्ड योजना हम महिलाओं के लिए वरदान साबित होगी।कई बीमारियों का इलाज मुफ्त होता है। जानकारों की माने तो आयुष्मान योजना से करीब 13 सौ बीमारियों का इलाज नि:शुल्क होता है। इसमें कैंसर, दिल, न्यूरो, प्लास्टिक सर्जरी, रेडियोलॉजी समेत अन्य कई गंभीर बीमारी शामिल हैं। इसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग, महिलाएं आदि शामिल हैं। जिनका इलाज करवाया जाता है। उनके पास आयुष्मान योजना का कार्ड होना अनिवार्य है जिससे इलाज में किसी तरह की दिक्कत ना हो। तलाक़ पीड़िता फरहान का कहना है कि ये आयुष्मान कार्ड हमारे लिए वर्दान सिद्ध होगा हम किसी बड़े अस्पताल में अपना इलाज नहीं करा सकते क्योंकि हमारे पास उतना पैसा नहीं होता है लेकिन इस कार्ड वो भी अब संभव हो जाएगा।


बाइट:-फरहान तलाक़ पीड़िता




Conclusion:Fvo:-अगर बात की जाए तो बरेली जिले में तीन तलाक पीड़िताओं की तलाश में स्वास्थ्य विभाग भी जुटा है और जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग भी। कोई पुख्ता रिकाॅर्ड नहीं होने की वजह से अब तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया है कि जिले में कितनी महिलाएं तीन तलाक पीड़िता हैं। दरअसल मुख्यमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान योजना में तीन तलाक पीड़िताओं को भी पात्र बनाया जा रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से उनकी सूची मांगी थी। प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान योजना की तर्ज पर अब प्रदेश में मुख्यमंत्री आयुष्मान योजना का आरंभ होना है। 

वही देखा जाए तो जो काम  बरेली के प्रशासन को करना था वो कम मेरा हक 

फाउंडेशन की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की बहन फरात नकवी ने इन तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं को एकत्र करके आयुष्मान  कार्ड बनवा कर कर दिया।

रंजीत शर्मा 

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