बरेली: जिला अस्पताल के पास सड़क किनारे स्थाई और अस्थाई अतिक्रमण को नगर निगम ने शनिवार को हटवा दिया. शहर कोतवाली पुलिस और नगर निगम मेयर उमेश गौतम अपनी टीम के साथ जिला अस्पताल रोड पहुंचे. यहां व्यापारी रोड के किनारे अवैध रूप से दुकानें चला रहे थे. टीम ने जब लोगों के सामान जब्त करने शुरू किए तो दुकानदार हंगामा करने लगे. विरोध की सूचना पर पहुंचे मेयर और निगम अधिकारियों को गुस्साए लोगों ने घेर लिया. सामान भर कर जा रही गाड़ियों को भी अतिक्रमणकारियों ने रोक लिया.
दुकानदारों ने जमकर हल्ला बोला, साथ ही अपनी दुकानों को बंद कर दिया है. मौके पर पहुंचे शहर कोतवाल गीतेश कपिल ने दुकानदारों को समझा कर मामले को शांत कराया. दुकानदारों का आरोप है कि लॉकडाउन में परिवार के लिए रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया. अब नगर निगम अतिक्रमण अभियान चला रही है, जिससे परिवार के आगे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो रहा है. उन्होंने कहा कि बगैर किसी जानकारी के अचानक अतिक्रमण चलाया गया, जिससे काफी दुकानदारों का सामान उठा लिया गया.
बता दें कि शहर कोतवाली से लेकर कोहडापीर तक फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू होना है. ऐसे में मेयर उमेश गौतम ने सभी दुकानदारों से दुकानों के आगे अतिक्रमण न फैलाने की हिदायत दी, लेकिन उसके बावजूद भी दुकानदार दुकानों के आगे से अतिक्रमण लगवा रहे हैं. इससे आवागमन में लोगों को काफी परेशानी हो रही है. फिलहाल पहले भी शहर में कई जगह अतिक्रमण हटाओ अभियान चल चुका है, लेकिन उसके बाद भी शहर के अधिकांश इलाकों में रोड किनारे अतिक्रमण फैला हुआ है.
थोड़ी ही देर बाद मेयर ने अभियान की कमान संभाली और अतिक्रमण हटाओ अभियान की टीम को साथ लेकर मौके पर पहुंचे. मेयर की गाड़ी जैसे ही इंद्रा मार्केट के पास जिला अस्पताल रोड पर पहुंची तो वहां जाम में फंस गई. जाम देखते ही मेयर गुस्से में आ गए. गाड़ी से उतरते ही फड़ वालों का सामान जब्त करने के निर्देश दिए. टीम ने जैसे ही सामान उठाना शुरू किया तभी हंगामा और नारेबाजी शुरू हो गई. विरोध के दौरान मेयर, अधिकारियों और अतिक्रमणकारियों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई.0 मामला बिगड़ता देख प्रवर्तन दल और पुलिस ने लाठियां फटकारनी शुरू कर दी, जिससे भगदड़ भी मच गई.