बरेली: फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र के ठिरिया खेतल गांव में भागवत कथा के शुभारंभ पर निकाली जा रही कलश यात्रा को दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा रोक देने से दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया. आनन-फानन में एसडीएम रोहित यादव,सीओ आलोक कुमार अग्रहरि और कई थानों की पुलिस भी पहुंच गई. करीब घंटे भर की मशक्कत के बाद कलश यात्रा को दोबारा शुरू कराया गया.
क्या था पूरा मामला
- थाना क्षेत्र के अतिसंवेदनशील गांव बन चुके ठिरिया खेतल में मंगलवार से भागवत कथा का शुभारंभ होना था.
- कथा के शुभारंभ से पूर्व गांव की दर्जनों पीत वस्त्रधारी महिलाएं कलश यात्रा लेकर गांव के भ्रमण को निकलीं.
- दूसरे समुदाय के लोगों ने कलश यात्रा को नमाज के बाद निकालने को कहा, इसको लेकर विवाद हो गया.
- धीरे-धीरे बात बिगड़ गई और गांव के दोनों समुदाय के लोगों का हुजूम लग गया.
- सूचना मिलते ही एसओ राज कुमार तिवारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए.
- अधिकारियों ने दोनों पक्षों से अलग-अलग बात की, लेकिन बात नहीं बन पाई.
- एक पक्ष कलश यात्रा को निकाले जाने पर अडिग था कि गत वर्ष भी कलशयात्रा गांव में निकाली गई थी. उनका कहना था कि कलश यात्रा धर्म-कर्म का काम है, न कि कोई जुलूस है.
- दूसरा पक्ष उनके तर्कों पर सहमत नहीं हुआ इसके साथ ही गांव के किसी भी रास्ते से कलश यात्रा नहीं निकालने देने पर अड़ा रहा.