बरेली: नागरिकता संशोधन बिल (सीएबी) पर देश में बवाल मचा हुआ है. बिल में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यकों हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों को भारत में अवैध नागरिक नहीं मानने का प्रावधान है. यह बिल राज्यसभा में पास होते ही बरेली में आईएमसी पार्टी के अध्यक्ष और मुखिया तौकीर रजा खां ने इस बिल का जबरदस्त विरोध किया.
उन्होंने ईटीवी भारत से कहा कि यह बिल मुसलमानों के हित में नहीं है. हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं. यह बीजेपी और आरएसएस की मिलीभगत है, जो देश के अंदर मुसलमानों के खिलाफ खड़ी है.
आईएमसी पार्टी के मुखिया तौकीर रजा ने सीएबी का पुरजोर विरोध किया है. उन्होंने कहा हम तीन तलाक के मुद्दे पर चुप रहे. कश्मीर के मुद्दे पर चुप रहे और अयोध्या के मसले पर भी. लेकिन नागरिकता संशोधन बिल पर अब चुप नहीं रहने वाले हैं. सरकार आरएसएस के एजेंडे पर चल रही है. आरएसएस यही चाहती है कि देश के अंदर मुसलमानों का वजूद खत्म हो जाए. हम बिल्कुल ऐसा नहीं होने देंगे.
तौकीर रजा ने कहा कि सरकार एक बार फिर से भारत के टुकड़े करने की कोशिश कर रही है. शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद नौमिला मस्जिद से सभी मुसलमान एकत्रित होकर इस बिल का विरोध करेंगे. इसका विरोध तब तक करते रहेंगे, जब तक सरकार इस बिल को वापस नहीं ले लेती.
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