बरेली : जिले में बिजली विभाग द्वारा लगाये गये स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिये मुसीबत बन गये हैं. बिजली उपभोक्ताओं का आरोप है कि स्मार्ट बिजली मीटर के चलते जम्पिंग और अन्य तकनीकी गड़बडियों के कारण ज्यादा बिजली बिल आ रहा है, जिससे बिजली उपभोक्ता परेशान हैं. लगातार स्मार्ट मीटर की गड़बडियों के चलते जिले के 233 बिजली उपभोक्ताओं ने स्थाई रूप से बिजली के कनेक्शन कटवा लिये हैं.
जन्माष्टमी पर एक साथ उपभोक्ताओं की बत्ती गुल
दरअसल, स्मार्ट मीटर परियोजना लागू होने के बाद से ही विवादों में हैं. मीटर में जम्पिंग और अन्य तकनीकी गड़बडियों की शिकायतें आम हैं. पिछले साल जन्माष्टमी पर एक साथ उपभोक्ताओं की बत्ती गुल होने के बाद तो स्मार्ट मीटर की पोल ही खुल गई. इसके बाद से बिजली उपभोक्ता स्मार्ट मीटर की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
स्मार्ट मीटर की आ रही लगातार शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए, विजली विभाग ने इस पर रोक तो लगा दी है, लेकिन अब तक जिले में लग चुके हजारों मीटरों के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है. उपभोक्ताओं में संशय की स्थिति पहले जैसी बनी हुई है. 233 बिजली उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर से निजात पाने के लिये कनेक्शन स्थाई रूप से कटवा दिए हैं.
स्मार्ट मीटर लगने से बिजली बिल दोगुना
उपभोक्ताओं का कहना है कि पहले पुराने कैपिटल मीटर होने पर 900 या 1000 रुपये तक का बिल आता था, पर जब से स्मार्ट मीटर लगे हैं तब से बिजली का बिल दोगुना आने लगा है. इसके लिए बिजली विभाग से कई बार शिकायत की, पर कोई सुनवई नहीं हो रही है.
बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटरों में तकनीकी शिकायतें आती रहती हैं. इसके कारण स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगी हुई है. कई उपभोक्ताओं ने बिल ज्यादा आने की शिकायत की है और कई उपभोक्ताओं ने ऑनलाइन बिजली के कनेक्शन काटने के लिये आवेदन किया है. हम उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण कर रहे हैं.
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