बरेली: उत्तर प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद बुधवार से शुरू हो गई है, लेकिन लॉकडाउन के कारण अधिकतर क्रय केंद्रों में तैयारी पूरी नहीं हो सकी है. वहीं बरेली गेहूं मंडी की बात करें तो यहां पर गेहूं की बिक्री चालू हो गई है, जिसमें आसपास के क्षेत्र और उत्तराखंड से किसान आकर सीधे अपना गेहूं बेच सकता है.
इस लॉकडाउन के कारण बहुत ही कम किसान आ रहे हैं और अपना गेहूं सरकारी रेट पर बेच पा रहे हैं. वहीं किसानों को पंजीकरण में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. किसानों को स्टेशनरी, रस्सी, बोरा सिलाई के लिए आवश्यक वस्तुओं की किल्लत अब भी बनी हुई है. क्रय केंद्रों पर शामियाना लगाने और बैनर लगाने का काम भी अभी पूरा नहीं हो सका है.
गेहूं क्रय केंद्र खाद्य अधिकारी के अनुसार बरेली गेहूं के क्रय केंद्र पर किसानों को हर तरीके की सुविधा दी गई है. किसान यहां पर परेशान न हो इसलिए यहां पर पानी, बैठने की व्यवस्था और सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिए गोले भी बना दिए गए हैं. किसान सीधा आकर यहां सरकारी रेट पर गेहूं बेच सकता है. वहीं किसानों को पंजीकरण में जो समस्या आ रही है उस पर गेहूं क्रय केंद्र अधिकारी बताते हैं कि अगर उनको पंजीकरण की कोई समस्या आ रही है तो वह सीधे हमारे पास आए या अपने नजदीक के गेहूं क्रय केंद्र पर पंजीकरण करा सकते हैं.
यहां पर गेहूं सरकारी रेट में बेचन में हमें कोई दिक्कत नहीं आ रही है. सरकार सीधा पैसा हमारे खाते में पहुंचा रही है, लेकिन जो सबसे बड़ी समस्या आ रही है वह पंजीकरण की आ रही है. कुछ किसानों का पंजीकरण निरस्त हो गया है. उसका सत्यापन करने के लिए जिले के जिलाधिकारी ही संशोधन करेंगे, जिसके कारण बहुत सारे किसान अपना गेहूं क्रय केंद्र पर नहीं भेज पा रहे हैं.
-गुरविंदर सिंह, किसान