बरेलीः बरेली पुलिस की फजीहत कराने वाले बारादरी क्षेत्र के जोगी नवादा क्षेत्र का रहने वाला सिरफिरा युवक रंजीत, आज पुलिस ऑफिस में पहुंचकर खूब घड़ियाली आंसू बहाया. उसने इस बात को खुद ही कबूल किया कि पुलिसकर्मियों को फंसाने के लिए उसने खुद ही अपने हाथ-पैर में कीलें ठोंकी थीं.
मीडिया के सामने बताया- कैसे खुद के हाथ-पैर में ठोंकी थी कीलें
गौरतलब है कि जब ये मामला तूल पकड़ा तो पुलिस ने युवक को इलाज के लिए कल हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. आज एसएसपी दफ्तर में पहुंचकर उसने कल के प्रकरण पर माफी मांगी, साथ ही भविष्य में कभी फिर ऐसा कोई कृत्य नहीं करने का भरोसा भी अधिकारियों को दिलाया. इस दौरान उसने मीडिया के समक्ष ये भी बताया कि उसने किस तरह से अपने हाथ व पैरों में कीलें ठोंकी थी. हालांकि इस बारे में बरेली पुलिस की ओर से एक वीडियो साझा किया गया है. एसएसपी इस मामले को पहले से ही झूठा बता रहे थे.
ये बोले एसएसपी-
इस मामले में एसएसपी ने बताया कि उक्त युवक ने एक पुलिसकर्मी से बदतमीजी की थी. इस मामले में उसके विरुद्ध पुलिस ने 24 तारीख को मुकदमा लिखा था. साथ ही पुलिस पकड़कर उसे चौकी पर ले गयी थी. लेकिन वहां से वो मौका पाकर भाग गया था. युवक मानसिक रूप से भी कमजोर बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि वो नशे का भी आदि है.
नशे का आदी है युवक रंजीत, मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं
एसएसपी बरेली के दफ्तर में आज उस युवक ने मीडिया के सामने सिलसिलेवार बताया कि उसने किस तरह खुद को पुलिस से बचने और पुलिसकर्मियों को फंसाने के लिए नशे की हालत में खुद को ही कीलें ठोक लीं. एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि युवक का कृत्य माफी लायक नहीं है, लेकिन उसकी मानसिक हालत सही न होने व नशे की लत की वजह से ऐसा करना बताया है.
पुलिसकर्मियों पर लगाये थे गंभीर आरोप
बरेली जिले के बारादरी थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी जोगी नवादा में तैनात पुलिसकर्मियों पर रंजीत ने गंभीर आरोप लगाए थे. युवक का आरोप था कि उसने मास्क नहीं लगाया था. जिस पर पुलिसकर्मियों ने उसके साथ न सिर्फ बेरहमी से मारपीट की, बल्कि उसके हाथ और पैर में लोहे की कीलें भी ठोंक दीं. लेकिन अब एसएसपी बरेली ने इस मामले में दो ऐसे वीडियो मीडिया को उपलब्ध कराए हैं. जिसमें हाथ और पैर में कील लेकर एसएसपी दफ्तर पहुंचा शख्स अपनी ही गलती बता रहा है.
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पुलिस को फंसाने का रचा था षडयंत्र
इस मामले में नया मोड़ ये आया है कि एसएसपी ने दो वीडियो जारी किये हैं. जिसमें एक में कल तक जो फरियादी बना था और पुलिस पर तमाम आरोप लगा रहा था कि पुलिस ने मास्क न पहनने पर उसके हाथ-पैर में कील ठोंक दी है. अब वो अपने किये पर शर्मिंदगी जता रहा है. खुद की गलती मानते हुए वो ये कबूल कर रहा है कि पुलिस को फंसाने के लिए उसने ऐसा किया था.
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पुलिस ने इस मामले में एक दूसरा वीडियो भी जारी किया है. जिसमें जरीजदोजी का काम करने वाले ठेकेदार नैसर अली ने बताया कि दो साल पहले रंजीत उनके यहां काम करता था. यहां 24 मई की रात रणजीत रूका था. उसने ही सिलसिलेवार तरीके से अपने हाथ और पैर में कील ठोंकी थी. अब नैसर अली अपने यहां पनाह देने के मामले पर माफी मांग रहे हैं.