बरेली: बहुत कम ही लोगों को मालूम है कि फागुन में भी रामलीला का मंचन किया जाता है. इस अनोखी रामलीला का आयोजन बरेली के बड़ी वमनपुरी में पिछले 161 वर्षों से लगातार होता चला रहा है. लोगों का मानना है कि भगवान राम ने रावण का अंत इसी फागुन के महीने में किया था. यूनेस्को ने इस रामलीला को 2015 में विश्व धरोहर घोषित किया था.
होली से एक दिन पहले निकाली जाती है राम बारात
संत तुलसीदास कृत रामचरितमानस को आधार बनाकर शुरू की गई. 14 दिन तक चलने वाली इस रामलीला के दौरान खर दूषण, मेघनाथ वध, राम बारात, रावण वध, राम तिलक उत्सव के बाद संपन्न होती है. लोगों का मानना है कि रावण का अंत इसी महीने में हुआ था. चैत्र मास में रावण वध के संबंध में स्कंद पुराण में दी गई कथा के अनुसार राम रावण युद्ध माघ द्वितीय से लेकर चैत्र कृष्ण चतुर्दशी तक 87 दिन तक चला था. लक्ष्मण मूर्छा के कारण बीच में केवल 15 दिन संग्राम बंद रहा और शेष 72 दिन तक दोनों पक्षों में युद्ध हुआ था. इसलिए बरेली में यह रामलीला का मंचन होली के समय कराया जाता है. होली से एक दिन पहले ऐतिहासिक राम बारात को शहर से बड़ी धूमधाम से निकाला जाता है.
पुलिस के साथ पीएसी की भी तैनाती
यूनेस्को ने इस रामलीला को 2015 में विश्व धरोहर घोषित किया था. तब से उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग ने रामलीला के संरक्षण के लिए एक लाख रुपये कमेटी को देना शुरू कर दिया है. इस अनोखी रामलीला और राम बारात देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं और यहां आकर रामलीला और राम बारात का भरपूर आनंद उठाते हैं. रामलीला राम बारात की सुरक्षा के लिए पुलिस के साथ-साथ पीएसी की कंपनी भी लगाई गई है.