बरेलीः जिला महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एक महीने से जिला महिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट तैनात नहीं होने के कारण उधारी के रेडियोलॉजिस्ट से दो घंटे का काम चलाया जा रहा है. जिसके कारण अल्ट्रासाउंड कराने वाले मरीज परेशान हैं.
रेडियोलाजिस्ट के ट्रांसफर होने के बाद बढ़ी समस्या
जिले के महाराणा प्रताप संयुक्त चिकित्सालय के महिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड करने के लिए अल्ट्रासाउंड सेंटर है. यहां हर रोज लगभग 40 गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड किया जाता था. लेकिन यहां तैनात रेडियोलॉजिस्ट का लगभग 1 महीने पहले ललितपुर ट्रांसफर हो गया था. इसके बाद महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने आने वाली महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
अल्ट्रासाउंड कि लए मरीज लगा रहे चक्कर
महिला चिकित्सालय में रेडियोलॉजिस्ट के न होने से हर दिन अल्ट्रासाउंड सेंटर में भीड़ लगी रहती है. कई मरीजों का तो ये भी कहना है कि उन्हें कई कई दिन तक अपनी तकलीफ को झेलते हुए वहां अस्पताल में चक्कर लगाने पड़ते हैं।
महिला अस्पताल में दो घंटे ही होता है अल्ट्रासाउंड
महिला मरीजों के अल्ट्रासाउंड की समस्या खड़ी हुई तो सीएमएस डॉ. अलका शर्मा ने जिला अस्पताल के निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक डॉ. सुबोध शर्मा से 2 घंटे के लिए रेडियोलॉजिस्ट मांग की. इसके बाद डॉक्टर सुबोध शर्मा ने रेडियोलॉजिस्ट को 2 घंटे के लिए महिला अस्पताल में आने वाले मरीजों का अल्ट्रासाउंड करने की परमिशन दे दी. इसके बाद रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर राजीव रंजन सुबह 9:00 बजे से 11:00 बजे तक जिला महिला अस्पताल में इमरजेंसी और ज्यादा जरूरत वाले महिला मरीजों का अल्ट्रासाउंड करते हैं. डॉ. राजीव 11:00 बजे से पुरुष अस्पताल में बैठकर मरीजों का अल्ट्रासाउंड करते हैं.
पहले से कम मरीजों के हो पा रहे अल्ट्रासाउंड
जिला महिला अस्पताल की सीएमएस ने बताया कि जब उनके यहां रेडियोलॉजिस्ट तैनात थे, तो हर रोज लगभग 40 महिला मरीजों का अल्ट्रासाउंड किया जाता था. लेकिन अब 10 12 मरीजों का ही अल्ट्रासाउंड हो पा रहा है. रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती के लिए उच्च अधिकारियों को कई बार पत्र भी लिख चुकी हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.