बरेलीः सेंट्रल जेल में सजा काट रहे कैदी 9 महीने से अपनों को देखने के लिए तरस गए हैं. लॉकडाउन के बाद से ही कैदियों से मुलाकात पर रोक लगी हुई है. जिसके चलते 9 महीने से कैदी अपनों को नहीं देख पाए हैं. मुलाकात ना होने की वजह से कैदियों के साथ-साथ उनके परिजन भी काफी परेशान हैं.
अपनों से मिलने को बेचैन कैदी
लॉकडाउन लगने के बाद से ही अब तक कैदियों से मुलाकात पर रोक लगी हुई है. सरकार की ओर से लॉकडाउन में काफी छूट मिली है. लेकिन अब भी कई तरह की पाबंदियां लागू हैं. 9 महीने से कैदियों की उनके परिवार से मुलाकात नहीं हो पाई है. जिससे कैदी मानसिक रूप से भी प्रभावित हो सकते हैं. हालांकि जेल प्रशासन भले ही कैदियों से उनके परिजनों की मुलाकात न करवा पा रहा हो. लेकिन जेल में समय-समय पर छोटे-छोटे प्रोग्राम करवाये जा रहे हैं. जिससे कैदी मानसिक रूप से स्वस्थ रह सके.
'कैदियों का रखा जा रहा है ख्याल'
वरिष्ठ जेल अधीक्षक आरएन पांडे ने बताया कैदियों का कोरोना काल में विशेष ध्यान रखा जा रहा है. जेल में कैदियों के लिए पीसीओ की सुविधा तो है ही. इसके साथ ही जेल अधीक्षक ने बंदियों के लिए वायरलेस सुविधा उपलब्ध करवाई है. जेल के अंदर चार सर्किल में वायरलेस की सुविधा उपलब्ध है. जिससे कभी-कभी कैदियों की उनके परिजनों से बात जो जाती है.