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नाले के पानी में डूबने से नहीं दम घुटने से हुई थी चूहे की मौत

बदायूं में नाले में डुबो-डुबोकर मारे गए चूहे के शव का पोस्टमार्टम बरेली में हुआ. इसमें चूहे की मौत की क्या वजह सामने आई, चलिए जानते हैं.

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नाले में डुबो-डुबोकर मारे गए चूहे के शव का पोस्टमार्टम, दम घुटने से हुई थी मौत
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Published : Dec 1, 2022, 4:07 PM IST

Updated : Dec 1, 2022, 5:30 PM IST

बरेली: बदायूं में चूहे की हत्या मामले में नया मोड़ आया है. चूहे का पोस्टमॉटर्म करने वाले बरेली के पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (Indian Veterinary Research Institute) ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट दे दी ही है. इस पोस्टमॉटर्म रिपोर्ट चूहे की मौत की वजह अलग ही है. रिपोर्ट के मुताबिक, चूहे की मौत पानी में डूबने से नहीं हुई, क्योंकि उसके फेफड़े में नाली का पानी नहीं मिला है. रिपोर्ट के अनुसार चूहे की मौत दम घुटने से हुई थी . रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चूहे के फेफड़े और लीवर पहले से खराब थे.

आईवीआरआई के जॉइंट डायरेक्टर डॉ. केपी सिंह ने बताया कि चूहे के फेफड़े काफी फूले हुए थे. उसके लीवर में नैक्रोटिक आया था. हिस्टोपैथोलॉजी और माइक्रोस्कॉपी जांच में चूहे के कोई भी नली में पानी या गंदगी का अंश नहीं मिला है. लंग की इंक्लाइंड फटी हुई थी क्योंकि मरने के दौरान कोई भी जानवर गहरी और ज्यादा सांसें लेता है जिससे वह रैप्चर फट जाती हैं. वहीं, लीवर में दूसरे इंफेक्शन की बात भी कही गई है.

आईवीआरआई के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. केपी सिंह ने दी यह जानकारी.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले की सदर कोतवाली में रविवार शाम को चूहा मारने वाले आरोपी मनोज कुमार के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गयी (FIR against rat killer in badaun). चूहे की नृशंस हत्या की शिकायत पशुप्रेमी प्रेमी और भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड कल्याण के मानद पशु कल्याण अधिकारी विकेंद्र शर्मा ने की थी. विकेंद्र ने ही आरोपी मनोज को 25 नवंबर को पनबड़िया बिजली उपकेंद्र के पास आरोपी मनोज कुमार को नाले में डुबोकर मारते देखा था. विकेंद्र ने आरोप लगाया था कि मनोज ने चूहे की पूंछ में धागे के सहारे पत्थर बांध दिए थे और उसे नाले में फेंक दिया था. इस मामले में थाना कोतवााली में आरोपी मनोज के खिलाफ धारा 429 (किसी पशु/जानवर का वध करना या अपाहिज करना) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी.

डॉ. केपी सिंह ने बताया कि 25 नवंबर को चूहे का शव आईवीआरआई लाया गया. डॉ. अशोक कुमार और डॉ. पवन कुमार ने शव का पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम में देखा कि चूहे के फेफड़े फूले हुए थे. उसके लीवर में भी कुछ दिक्कत थी फिर उसके बाद फेफड़ों की माइक्रो स्कोपीलॉजी जांच कराई गई. माइक्रोस्कोपिक जांच में उनको फेफड़ों में नाली के पानी की कोई गंदगी नहीं मिली. वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे है कि चूहे की मौत दम घुटने से हुई थी.


ये भी पढ़ेंः चूहे को पत्थर बांध नाले में डुबो-डुबोकर मार डाला, बरेली में होगा पोस्टमार्टम

बरेली: बदायूं में चूहे की हत्या मामले में नया मोड़ आया है. चूहे का पोस्टमॉटर्म करने वाले बरेली के पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (Indian Veterinary Research Institute) ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट दे दी ही है. इस पोस्टमॉटर्म रिपोर्ट चूहे की मौत की वजह अलग ही है. रिपोर्ट के मुताबिक, चूहे की मौत पानी में डूबने से नहीं हुई, क्योंकि उसके फेफड़े में नाली का पानी नहीं मिला है. रिपोर्ट के अनुसार चूहे की मौत दम घुटने से हुई थी . रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चूहे के फेफड़े और लीवर पहले से खराब थे.

आईवीआरआई के जॉइंट डायरेक्टर डॉ. केपी सिंह ने बताया कि चूहे के फेफड़े काफी फूले हुए थे. उसके लीवर में नैक्रोटिक आया था. हिस्टोपैथोलॉजी और माइक्रोस्कॉपी जांच में चूहे के कोई भी नली में पानी या गंदगी का अंश नहीं मिला है. लंग की इंक्लाइंड फटी हुई थी क्योंकि मरने के दौरान कोई भी जानवर गहरी और ज्यादा सांसें लेता है जिससे वह रैप्चर फट जाती हैं. वहीं, लीवर में दूसरे इंफेक्शन की बात भी कही गई है.

आईवीआरआई के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. केपी सिंह ने दी यह जानकारी.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले की सदर कोतवाली में रविवार शाम को चूहा मारने वाले आरोपी मनोज कुमार के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गयी (FIR against rat killer in badaun). चूहे की नृशंस हत्या की शिकायत पशुप्रेमी प्रेमी और भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड कल्याण के मानद पशु कल्याण अधिकारी विकेंद्र शर्मा ने की थी. विकेंद्र ने ही आरोपी मनोज को 25 नवंबर को पनबड़िया बिजली उपकेंद्र के पास आरोपी मनोज कुमार को नाले में डुबोकर मारते देखा था. विकेंद्र ने आरोप लगाया था कि मनोज ने चूहे की पूंछ में धागे के सहारे पत्थर बांध दिए थे और उसे नाले में फेंक दिया था. इस मामले में थाना कोतवााली में आरोपी मनोज के खिलाफ धारा 429 (किसी पशु/जानवर का वध करना या अपाहिज करना) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी.

डॉ. केपी सिंह ने बताया कि 25 नवंबर को चूहे का शव आईवीआरआई लाया गया. डॉ. अशोक कुमार और डॉ. पवन कुमार ने शव का पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम में देखा कि चूहे के फेफड़े फूले हुए थे. उसके लीवर में भी कुछ दिक्कत थी फिर उसके बाद फेफड़ों की माइक्रो स्कोपीलॉजी जांच कराई गई. माइक्रोस्कोपिक जांच में उनको फेफड़ों में नाली के पानी की कोई गंदगी नहीं मिली. वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे है कि चूहे की मौत दम घुटने से हुई थी.


ये भी पढ़ेंः चूहे को पत्थर बांध नाले में डुबो-डुबोकर मार डाला, बरेली में होगा पोस्टमार्टम

Last Updated : Dec 1, 2022, 5:30 PM IST
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