बरेली: आठवीं वाहनी पीएसी में चल रही पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान पुलिस ने फर्जी अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया आरोपी दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर दौड़ने की तैयारी में था. आरोपी के खिलाफ कैंट थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपी ने परीक्षा पास कराने के लिए डेढ़ लाख रुपये लेने की बात कबूली है.
आठवीं वाहनी पीएसी भर्ती की चल रही दौड़
आठवीं वाहनी पीएसी में पुलिस भर्ती थी, जिसमें विभिन्न जिलों से कई अभ्यर्थी दौड़ के लिए पहुंचे थे. इस बीच एसटीएफ निरीक्षक अजयपाल सिंह को आगरा की एसटीएफ के एसआई मानवेंद्र सिंह ने सूचना दी कि भर्ती में अलीगढ़ निवासी जितेन्द्र के नाम पर कोई दूसरा व्यक्ति दौड़ने के लिए आया है. इसके बाद सीओ द्वितीय सीमा यादव ने अभ्यर्थी की तलाश की.
आरोपी ने कबूला जुल्म
इस बीच दौड़ के लिए तैयार बैठे जितेंद्र की जगह आए सॉल्वर को पकड़कर परीक्षा बोर्ड के अध्यक्ष के सामने लाकर पूछताछ की गई. आरोपी की तलाशी में उसके पास से मिले आवेदन पत्र की फोटो और आधार कार्ड का फोटो मैच नहीं हुआ. सख्ती से पूछताछ में उसने खुद को अलीगढ़ टप्पल गरौसा निवासी नवीन वैष्णव बताया.
50 हजार रुपये लिए थे नकद
आरोपी नवीन ने बताया कि उसने जितेंद्र से एक लाख रुपये उधार माफ कराने के लिए परीक्षा दी थी. नवीन को जितेन्द्र की जगह दौड़ने के लिए गांव के ही रहने वाले धीरज शर्मा ने 50 हजार रुपये नकद दिए थे. आरोपियों ने बायोमैट्रिक की मदद से पूरा खेल रचा था.
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हर जगह बायोमेट्रिक की छाप नवीन की थी, इसलिए वह पकड़ में नहीं आया. जबकि प्रार्थना पत्र फार्म पर जितेंद्र का फोटो है. कैंट पुलिस ने नवीन वैष्णव, जितेन्द्र और धीरज के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी कागज तैयार करने, साजिश रचने जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
-सीमा यादव, सदस्य भर्ती परीक्षा बोर्ड