बरेलीः जिले के फतेहगंज में संदिग्ध परिस्थितियों में छप्पर में आग लगने से अंदर सो रहे बुजुर्ग की जलकर दर्दनाक मौत हो गई. सुबह 5 बजे लोगों को जानकारी होने पर मोहल्ले वालों ने आग बुझाई, तब तक बुजुर्ग पूरी तरह जल गया था. सूचना पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल की. घटना मोहल्ला नई बस्ती कस्बा थाना फतेहगंज पश्चिमी का है .
जानकारी के अनुसार, कस्बा नई बस्ती निवासी 85 वर्षीय राम प्रसाद राठौर की तबीयत ठीक नहीं थी. उम्र ज्यादा होने के कारण चलने में भी परेशानी होती थी. वो परिवार से भी अलग रहते थे. इसलिये बच्चे खाना पीना उनके छप्पर में ही पहुंचा जाते थे. उनके तीन बेटे गंगा प्रसाद ,चंद्रपाल और पप्पू अलग रहते हैं. बच्चे रविवार शाम को खाना देकर चले गये. रामप्रसाद खाना खाने के बाद छप्पर पड़ी चारपाई पर सो गये.
उनके बगल में ठंड से बचने के लिये तसले में अलाव जल रहा था. कहा जा रहा है कि अलाव की चिंगारी से सुबह करीब 4:30 बजे रजाई या छप्पर में आग लग गई और पूरा छप्पर आग की चपेट में आ गया है. छप्पर उनके घर गिर गया, जिससे वे छप्पर के नीचे दब गए और आग की चपेट में आ गए. सुबह 5 बजे पड़ोसी उठकर दूध लेने जा रहे थे तो उन्होंने देखा कि छप्पर में आग लगी हुई है. उन्होंने शोर मचाकर मोहल्ले वालों को उठाया और बेटों को बुलाया सभी ने मोटर चला कर, बाल्टियों से पानी डाल कर आग पर काबू पाया. तब तक रामप्रसाद पूरी तरह जल गये थे और उनकी मौत हो गई. छप्पर में खड़ी मोटरसाइकिल व उसमे रखा सामान पूरी तरह जल कर राख हो गया था.
चौकी प्रभारी अजय शर्मा ने बताया कि बुजुर्ग आदमी था. अपने सिरहाने सर्दी से बचने के लिए आग जलाकर सोता था चलने फिरने में मोहताज था अपना समय काट रहा था पास में लकड़ी और घास फूस पढ़ा था किसी तरह उसमें आग लग गई और यह अपने को बचा नहीं पाया इसलिए जलकर उसी में खत्म हो गया लाश को पोस्टमार्टम के लिए बरेली भेज दिया है.
पढ़ें- यूपी पुलिस का कारनामा, मृतक और बुजुर्गों को किया शांतिभंग में पाबंद, भेजी नोटिस