ETV Bharat / state

जिंदगी और मौत की जंग लड़ती खेत में मिली नवजात मासूम बच्ची - Newborn girl handed over to CWC

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में नवजात बच्ची एक खेत में पड़ी मिली. पुलिस ने नवजात को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत अभी नाजुक है. वहीं बच्ची को पाने वाले व्यक्ति ने मासूम को गोद लेने की इच्छा जताई है.

बरेली में मिली नवाजत बच्ची.
बरेली में मिली नवाजत बच्ची.
author img

By

Published : Jan 21, 2021, 2:51 AM IST

बरेलीः जहां एक ओर सरकार मिशन शक्ति के तहत महिलाओं और लड़कियों को मजबूत करने में लगी हुई है. वहीं बरेली में दो दिन पहले थाना सिरौली क्षेत्र में जन्म लेते ही मासूम किस्मत के अजीब दुष्चक्र में फंस गई. निष्ठुरता की सीमाएं पार करते हुए जन्म देने वालों ने मासूम को कड़ाके की सर्दी में नंगे बदन सरसों के खेत में फेंक दिया. बच्ची को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है. जहां बच्ची की हालत अभी नाजुक बताई जा रही है.

राजमिस्त्री ने बच्ची को बचाया
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ.डी एन शर्मा ने बताया कि मासूम खेत में पड़ी थी. हरदासपुर के राज मिस्त्री वीरेंद्र शाम को काम से लौटते समय रोने की आवाज सुनकर सरसों के खेत के अंदर घुसे तो उनकी नजर नवजात पर पड़ी. नवजात बच्ची सरसों के पौधों के बीच नंगे बदन पड़ी थी. ठंड से उसका शरीर नीला पड़ने लगा था. आसपास देखने पर भी कोई नजर नहीं आया तो वीरेंद्र ने बच्ची को उठाकर अपनी जैकेट से ढक लिया और उसे संभालकर घर ले आए.

पुलिस ने नवजात को अस्पताल में कराया भर्ती
बच्ची के वीरेंद्र के घर आते ही गांव में भी खबर फैलनी शुरू हो गई. लोग बच्ची को देखने के लिए वीरेंद्र के घर पहुंचने लगे. इसी बीच किसी ने सूचना दी तो मंगलवार को सुबह ही पुलिस पहुंच गई. पुलिस ने बच्ची को अपने कब्जे में लेकर जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया. डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची का वजन दो किलो है.

बच्ची मिलने पर राजमिस्त्री ने बांटे लड्डू
बच्ची पर जिस शख्स की नजर पड़ी वो चार बेटों का पिता था बावजूद वह बेटी के लिए तरस रहा था. बच्ची को उठाकर वह घर ले गया और खुशी में लड्डू भी बांट दिए. इन्हीं लड्डुओं की वजह से चर्चा फैली तो पुलिस गांव पहुंच गई और बच्ची को कब्जे में लेकर बाल कल्याण समिति यानी सीडब्ल्यूसी के सुपुर्द कर दिया. सिरौली इलाके के गांव हरदासपुर में मिली नवजात बच्ची अब जिला अस्पताल में भर्ती है. बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ .डी एन शर्मा का कहना है कि वीरेंद्र बच्ची को गोद लेना चाहता है. कानूनी प्रक्रिया के तहत ही बच्ची को गोद दिया जाएगा.

बच्ची की हालत अभी नाजुक
जिला अस्पताल के डॉ. अहमद मिया अंसारी ने बताया कि लड़की फिलहाल अभी स्वस्थ नहीं है. उसको दौरे पड़ रहे हैं, अभी तीन-चार दिन और देखते हैं,अगर दौरे आना बंद हो गए तो बच्ची पूरी तरह ठीक हो जाएगी.

बरेलीः जहां एक ओर सरकार मिशन शक्ति के तहत महिलाओं और लड़कियों को मजबूत करने में लगी हुई है. वहीं बरेली में दो दिन पहले थाना सिरौली क्षेत्र में जन्म लेते ही मासूम किस्मत के अजीब दुष्चक्र में फंस गई. निष्ठुरता की सीमाएं पार करते हुए जन्म देने वालों ने मासूम को कड़ाके की सर्दी में नंगे बदन सरसों के खेत में फेंक दिया. बच्ची को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है. जहां बच्ची की हालत अभी नाजुक बताई जा रही है.

राजमिस्त्री ने बच्ची को बचाया
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ.डी एन शर्मा ने बताया कि मासूम खेत में पड़ी थी. हरदासपुर के राज मिस्त्री वीरेंद्र शाम को काम से लौटते समय रोने की आवाज सुनकर सरसों के खेत के अंदर घुसे तो उनकी नजर नवजात पर पड़ी. नवजात बच्ची सरसों के पौधों के बीच नंगे बदन पड़ी थी. ठंड से उसका शरीर नीला पड़ने लगा था. आसपास देखने पर भी कोई नजर नहीं आया तो वीरेंद्र ने बच्ची को उठाकर अपनी जैकेट से ढक लिया और उसे संभालकर घर ले आए.

पुलिस ने नवजात को अस्पताल में कराया भर्ती
बच्ची के वीरेंद्र के घर आते ही गांव में भी खबर फैलनी शुरू हो गई. लोग बच्ची को देखने के लिए वीरेंद्र के घर पहुंचने लगे. इसी बीच किसी ने सूचना दी तो मंगलवार को सुबह ही पुलिस पहुंच गई. पुलिस ने बच्ची को अपने कब्जे में लेकर जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया. डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची का वजन दो किलो है.

बच्ची मिलने पर राजमिस्त्री ने बांटे लड्डू
बच्ची पर जिस शख्स की नजर पड़ी वो चार बेटों का पिता था बावजूद वह बेटी के लिए तरस रहा था. बच्ची को उठाकर वह घर ले गया और खुशी में लड्डू भी बांट दिए. इन्हीं लड्डुओं की वजह से चर्चा फैली तो पुलिस गांव पहुंच गई और बच्ची को कब्जे में लेकर बाल कल्याण समिति यानी सीडब्ल्यूसी के सुपुर्द कर दिया. सिरौली इलाके के गांव हरदासपुर में मिली नवजात बच्ची अब जिला अस्पताल में भर्ती है. बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ .डी एन शर्मा का कहना है कि वीरेंद्र बच्ची को गोद लेना चाहता है. कानूनी प्रक्रिया के तहत ही बच्ची को गोद दिया जाएगा.

बच्ची की हालत अभी नाजुक
जिला अस्पताल के डॉ. अहमद मिया अंसारी ने बताया कि लड़की फिलहाल अभी स्वस्थ नहीं है. उसको दौरे पड़ रहे हैं, अभी तीन-चार दिन और देखते हैं,अगर दौरे आना बंद हो गए तो बच्ची पूरी तरह ठीक हो जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.