बरेली : बकरीद के मौके पर स्वीडन में धार्मिक ग्रंथ को आग के हवाले कर दिया गया था. इससे हिंदुस्तान के मुसलमान नाराज हैं. वे आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के मौलाना और उनके पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौंपा.
सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन : बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने अपने साथियों के साथ रविवार को बरेली की सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा. यह ज्ञापन देश के प्रधानमंत्री के नाम दिया गया. राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम की मस्जिद के बाहर धार्मिक ग्रंथ को जलाने की घटना निंदनीय है. आरोप है कि ये सब कुछ वहां की हुकूमत के इशारे पर किया गया है, इस घिनौने कार्य के खिलाफ भारत के मुसलमानों में नाराजगी है.
'घिनौने खेल को मुसलमान नहीं करेगा बर्दाश्त' : मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि इस तरह के घिनौने खेल को मुसलमान बर्दाश्त नहीं करेगा. इस्लाम अमन व शांति और भाईचारे का सबक देता है, इस्लाम तमाम धर्म के मानने वालों को सम्मान की निगाह से देखता है. इस्लाम में इंतशार, बदमनी, नफरत की कोई गुंजाइश नहीं है. ज्ञापन के माध्यम से स्वीडन एम्बेसी के राजदूत को तलब करने करने की मांग की गई है. ज्ञापन देने वालों में मौलाना पीर मुजाहिद हुसैन, हाजी नाजिम बेग, हाफिज अब्दुल वाहिद, सय्यद तय्यब चिश्ती, सय्यद शाबान अली, रोमान अंसारी, मोहम्मद युसूफ, अब्दुल हसीब खां, जारिब गद्दी, साहिल रजा कादरी, हाजी फय्याज हुसैन, हाफिज जावेद रजा आदि लोग मौजूद रहे.
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