बरेली: इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान (Maulana Tauqeer Raza Khan letter) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री को एक लिखा पत्र लिखा है. इस पत्र के जरिए उन्होंने पीएम से अनुरोध किया है कि राष्ट्र गान में गुजरात, मराठा की तरह उत्तर प्रदेश और दूसरे राज्यों के नाम भी शामिल किए जाए. आईएमसी प्रमुख ने पत्र को ई मेल के साथ रजिस्टर्ड डाक द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को भेजा है.
आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि 27 दिसम्बर 1911 को पहली बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया गीत 'जन गण मन' जिसे 24 जनवरी 1950 को राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया, जो कि आज तक हर एक भारतीय के लिए राष्ट्रीय गौरव और सम्मान का प्रतीक है.
मौलाना ने पत्र में लिखा है कि राजस्थान विश्वविद्यालय के 26वे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए तत्कालीन राज्यपाल कल्याण सिंह ने सवाल उठाया था कि जन गण मन अधिनायक किस के लिए है. उन्होंने कहा कि ब्रिटिश समय मे अंग्रेजी शासक का गुणगान है, जिसके संशोधन की बात कही थी. 2018 में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य रिपुड वोरा द्वारा पेश निजी प्रस्ताव में राष्ट्रगान संशोधन का जिक्र करते हुए अनुरोध किया है कि राष्ट्रगान में उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत ऐसे राज्यों के नाम शामिल किया, जिनका जिक्र राष्टगान में नहीं हो रहा है.
साथ ही राष्ट्रगान की भाषा को सरल बनाया जाए, जिससे देश का आम व्यक्ति भी आसानी से समझ सके कि राष्ट्र के सम्मान में किस तरह के भाव प्रकट हो रहा है. आईएमसी प्रमुख में पत्र को ई मेल के साथ रजिस्टर्ड डाक द्वारा भी भेजा है.
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