ETV Bharat / state

बरेली: मौत के मुंह से बाहर आया दो साल का कुपोषित मासूम, मिला नया जीवन - डॉक्टरों ने बचाई कुपोषित बच्चे की जान

उत्तर प्रदेश के बरेली में कुपोषित बच्चे को डॉक्टर ने दिया नया जीवन. परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था, जहां डॉक्टरों की कोशिश से उसका स्वास्थ्य सुधर गया.

डॉक्टर ने बचाई कुपोषित बच्चे की जान.
author img

By

Published : Aug 6, 2019, 11:53 PM IST

बरेली: जिले में कुपोषण का एक गंभीर मामला सामने आया है. परिजनों ने 22 दिन पहले जब उसे भर्ती कराया गया था, तो यह कहना मुश्किल था की वह बचेगा, लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे नया जीवन दिया है.

डॉक्टर ने बचाई कुपोषित बच्चे की जान.

कुपोषित बच्चे को डॉक्टरो ने दिया नया जीवन-

  • भोजीपुरा के गांव मोहनपुर ठकुरान से एक कुपोषण बच्चे का मामला सामने आया है.
  • बच्चे की उम्र दो साल है, जो जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था.
  • बच्चे का नाम योगेश है, जिसके शरीर पर केवल सूखी खाल थी.
  • परिजन ने उसे 22 दिन पहले जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था.
  • उसके बचने की उम्मीद बहुत कम बताई जा रही थी.
  • योगेश को गम्भीर हालत में जिला अस्पताल के पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया गया.

पढ़ें- लखनऊ: डॉक्टरों ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के फेफड़े से जमा रक्त निकाला

बच्चा कुपोषित था. हम लोगों ने तुरंत माइक्रो न्यूट्रिशन डाइट दी, जिसमें मल्टी विटामिन्स, फोलिक एसिड, जिंक आदि शामिल थे. उसको 4 यूनिट खून भी चढ़ाया गया. उसकी मां की भी कॉउंसिलिंग की गई.
-रोजी जैदी, डॉक्टर

बरेली: जिले में कुपोषण का एक गंभीर मामला सामने आया है. परिजनों ने 22 दिन पहले जब उसे भर्ती कराया गया था, तो यह कहना मुश्किल था की वह बचेगा, लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे नया जीवन दिया है.

डॉक्टर ने बचाई कुपोषित बच्चे की जान.

कुपोषित बच्चे को डॉक्टरो ने दिया नया जीवन-

  • भोजीपुरा के गांव मोहनपुर ठकुरान से एक कुपोषण बच्चे का मामला सामने आया है.
  • बच्चे की उम्र दो साल है, जो जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था.
  • बच्चे का नाम योगेश है, जिसके शरीर पर केवल सूखी खाल थी.
  • परिजन ने उसे 22 दिन पहले जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था.
  • उसके बचने की उम्मीद बहुत कम बताई जा रही थी.
  • योगेश को गम्भीर हालत में जिला अस्पताल के पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया गया.

पढ़ें- लखनऊ: डॉक्टरों ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के फेफड़े से जमा रक्त निकाला

बच्चा कुपोषित था. हम लोगों ने तुरंत माइक्रो न्यूट्रिशन डाइट दी, जिसमें मल्टी विटामिन्स, फोलिक एसिड, जिंक आदि शामिल थे. उसको 4 यूनिट खून भी चढ़ाया गया. उसकी मां की भी कॉउंसिलिंग की गई.
-रोजी जैदी, डॉक्टर

Intro:बरेली। जिले में कुपोषण का एक मामला सामने आया है। जो काफी गंभीर था। दो साल का मासूम योगेश जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे नया जीवन दिया।

22 दिन पहले जब उसे भर्ती कराया गया था तो सबने यही कहा कि यह बचेगा नहीं लेकिन तेज़ी से उसके स्वास्थ्य में सुधार हुआ और अपने घर चला गया।


Body:शरीर पर थी केवल खाल

भोजीपुरा के गांव मोहनपुर ठकुरान के रहने वाले मुकेश और उनकी पत्नी के दो साल का बच्चा है। जिसका नाम योगेश है। उसके शरीर पर केवल सूखी खाल थी। उसका शरीर बिल्कुल बेदम था। वह कुपोषण का शिकार था।

22 दिन पहले कराया गया था भर्ती

मुकेश और उसकी पत्नी ने 22 दिन पहले योगेश को बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। उनको और सभी डॉक्टरों ने उसकी हालत देखी तो कहा कि यह ज्यादा दिन नहीं चलेगा लेकिन अच्छे इलाज के चलते योगेश अपने पैरों पर खड़ा हुआ।

खान-पान पर नहीं दे पाए ध्यान

परिवारवाले उस समय मुकेश की पत्नी के खानपान पर ध्यान नहीं दे पाए जब वह गर्भवती थी। इसी वजह से उसका बच्चा कुपोषण का शिकार हो गया। धीरे-धीरे मासूम का शरीर एकदम बेजान हो गया। शरीर सिर्फ हड्डियों का ढांचा भर रह गया।

गम्भीर हालत में कराया भर्ती

योगेश को गम्भीर हालत में जिला अस्पताल के पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया गया। यहां की डाइटीशियन डॉक्टर रोज़ी ज़ैदी ने लगकर उसका इलाज किया और उसको नया जीवन दिया। उन्होने बताया कि जब वह आया था तो लग रहा था कि वह ज्यादा दिन नहीं चलेगा लेकिन सबके प्रयास से वह स्वस्थ हो गया।

बच्चे को दिए गए न्यूट्रिशन

डॉक्टर रोज़ी ज़ैदी ने बताया कि वह कुपोषित था। हम लोगों ने तुरंत माइक्रो न्यूट्रिशन डाइट दी। जिसमें मल्टी विटामिन्स, फोलिक एसिड, जिंक आदि शामिल थे। उसको 4 यूनिट खून भी चढ़ाया गया। उसकी मां की भी कॉउंसिलिंग की गई।


Conclusion:दो साल का मासूम योगेश एकदम हड्डियों का ढांचा था। शरीर में मांस और खून बिल्कुल भी नहीं था। उसे शिशु पुनर्वास केंद्र में नया जीवन मिला है।

अनुराग मिश्र

9450024711
8318122246
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.