बरेली: माफिया डॉन बबलू श्रीबास्तव 23 बर्षों से बरेली की केंद्रीय कारागार में कैद है. माफिया बबलू का स्वास्थ्य इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा है. उसे डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर के साथ आंखों में परेशानी हो रही है. डॉन को सरकारी इलाज से फायदा नहीं हो रहा है. इसलिए उसे जेल प्रशासन ने बुधवार को इलाज के लिए एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज(SRMS Medical College) भोजीपुरा में सिफ्ट किया है. माफिया बबलू को जेल से अस्पताल पहुंचाने के दौरान पुलिस का कड़ा पहरा रहा.
एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों ने माफिया बबलू डॉन का चेकअप किया है. विशेषज्ञों का कहना है कि बबलू की आंखों में धुंधलापन है, मेडिकल कॉलेज की टीम पहले से उनका ट्रीटमेंट कर रही है. SRMS में चल रहे इलाज से बबलू को फायदा भी हो रहा है. गौरतलब है कि कभी अंडरवर्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी चेहरों में शुमार रहा बबलू डॉन उर्फ ओमप्रकाश वर्ष 1999 से बरेली की जेल में बंद है.
बबलू श्रीवास्तव मूल रूप से गाजीपुर का रहने बाला है. उसके ऊपर हत्या, किडनैपिंग, फिरौती रंगदारी बसूलने के कई मामले दर्ज हैं. पुणे के एडिशनल कमिश्नर एलडी अरोड़ा की हत्या में बबलू श्रीवास्तव और उसके साथी कमल किशोर, मंगेश उर्फ मांगे को सजा हो चुकी है. मुकदमो में पेशी के सिलसिलों में बबलू श्रीवास्तव को बरेली से अलग-अलग न्यायालयों में ले जाया जाता है.
अंडरवर्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से दुश्मनी के कारण बबलू को है जान का खतरा
अंडरवर्ड डॉन दाऊद इब्राहिम गैंग से दुश्मनी होने की वजह से बबलू श्रीवास्तव की जान को खतरा है. इसलिए पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच ही कहीं ले जाया जाता है. सरकार कई दशक से उसकी सुरक्षा कर रही है. अंडरवर्ड डॉन बबलू श्रीवास्तव से कभी पुलिस और माफिया संगठन खौफ खाते थे. लेकिन अब उसकी उम्र 60 साल की हो गई है. बढ़ती उम्र के साथ-साथ उसका स्वास्थ्य भी बिगड़ता रहता है.
बबलू को कुछ दिन पहले दांतो में दर्द रहता था. उसके बाद उसे डायबिटीज और ब्लडप्रेशर की समस्या भी हो गई. कई बीमारियों से ग्रसित होने की वजह से उसे इलाज के लिए कई जेल से अस्पताल लाया जाता है. धुंधला दिखने की शिकायत पर अब सेन्ट्रल जेल प्रशाशन ने उसे प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए भेजा है. बरेली के एसआरएमएस की नेत्र चिकित्सक नीलिमा मल्होत्रा डॉन का इलाज कर रही हैं. कड़ी सुरक्षा में आज बबलू श्रीबास्तव को आंखों के इलाज के लिए बरेली सेन्ट्रल जेल से भोजीपुरा स्थित एसआरएमएस मेडिकल कालेज लाया गया.
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