बरेलीः उत्तर प्रदेश में अब अगर पशुपालक अपने गोवंश को छुट्टा छोड़ने वालों की अब खैर नहीं है. ऐसा करने वाले पशुपालकों को जेल की भी हवा खानी पड़ी सकती है. साथ ही आने वाले समय में निराश्रित गोवंश सड़कों या गलियों ने दिखाई नहीं देखें. इतना ही नहीं निराशित गौवंशों के हरे चारे के लिए कब्जेदारों से चारा की जमीनों को कब्जा मुक्त कराए जाएंगे. साथ ही भूसा बैंक बनाकर भूसा एकत्र किया. ऐसे निर्देश उत्तर प्रदेश सरकार के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने बरेली में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में दिए.
बरेली के विकास भवन में आयोजित बैठक में मंत्री धर्मपाल सिंह ने निराश्रित गोवंश को लेकर किए जा रहे कामों की समीक्षा की और योजनाओं को धरातल पर शत-प्रतिशत लागू करने के निर्देश दिए. मंत्री ने कहा कि निराश्रित गोवंश के लिए भूसा बैंक स्थापित किए जाए. बैठक में आए ब्लॉक प्रमुखों ने 50 50 क्विंटल भूसा निराश्रित गोवंशों के लिए दान करने का ऐलान किया है. मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि निराश्रित गोवंशओं के लिए सरकार आने वाले समय में भूसा खरीदेगी.
मीडिया से बातचीत करते हुए पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री ने कहा कि गोचर भूमि को कब्जा मुक्त कराया जाएगा. कबजा मुक्त कराने के बाद यहां गोवंशों के लिए हरा चारा उगाया जाएगा. जो भी अवैध कब्जे हैं, उनको चिह्नित कर इसी महीने कब्जा मुक्त कराया जाएगा. कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रयास रहेगा कि जल्दी ही निराश्रित गोवंश खेतों, गलियों, सड़कों और शहरों में दिखाई न दें. मीटिंग में तय किया गया है कि जो पशुपालक दूध देने के बाद गाय छोड़ेंगे, उनके खिलाफ जिला प्रशासन की तरफ से कार्रवाई होगी.पशुपालक द्वारा अगर पशु को छोड़ा जाएगा तो उनको जेल भी भेजा जा सकता है.