बरेली : अपनी मांगों को लेकर जिले के वकील धरने पर बैठे हैं. उनके अनुसार, कोरोना काल में बार काउंसिल उत्तर प्रदेश की ओर से वकीलों के लिए 16 लाख 50 हजार रुपए भेजे गए थे. यह धनराशि वकीलों को आर्थिक मदद के तौर पर बांटी जानी थी. लेकिन अब तक कोई मदद नहीं की गई है. बार एसोसिएशन में काफी समय से सचिव के पद के लिए चुनाव नहीं कराया जा रहा है. इसको लेकर नाराज वकील जनरल हाउस बुलाने की मांग कर रहे हैं. वहीं मांगे पूरे नहीं होने पर बरेली बार के अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया, जिसमें ये सारी मांगे की गई हैं. बार के सदस्यों का कहना था कि मांगों की अनदेखी को लेकर 12 मार्च से वकील क्रमिक अनशन पर बैठे हुए हैं जो मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा.
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अपनी मांगों को लेकर अनशन पर बैठे वकील
गौरतलब है कि कोरोना काल में बार के सचिव अमर भारती की जून 2020 को कोरोना से मृत्यु हो गई थी. तब से यह पद खाली चल रहा है. वकीलों ने मांग की है कि सचिव पद के लिए बार में चुनाव कराया जाए. बार के वरिष्ट वकील वीपी ध्यानी ने बताया कि बरेली बार एसोसिएशन के सम्मानित अधिवक्ताओं ने 11 जून 2021 को बरेली बार अध्यक्ष कार्यकारी सदस्य बरेली को एक ज्ञापन दिया था जिसमें जनरल हाउस बुलाने हेतु आग्रह किया गया था. हमारी 5 मांगे हैं. कोरोना काल में अधिवक्ताओं को आर्थिक मदद हेतु बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के माध्यम से बरेली बार एसोसिएशन बरेली को 16 लाख 50 हजार रुपये दिए गए थे, लेकिन आज तक किसी भी अधिवक्ता को कोई भी आर्थिक सहायता नहीं दी गई है. इस धनराशि को अधिवक्ताओं को जल्द से जल्द दिया जाये. बरेली बार एसोसिएशन बरेली का सचिव पद रिक्त चल रहा है. सचिव पद का चुनाव तुरंत कराया जाना चाहिए. अगर हमारी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो आगे भूख हड़ताल होगी.