बरेलीः महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज (Mahamandaleshwar Swami Kailashanand Giri Maharaj) ने बरेली में एक होटल में अरविंद केजरीवाल द्वारा नोटों पर गणेश लक्ष्मी की फोटो की मांग को चुनावी स्टंट बताया. वहीं, ज्ञानव्यापी मामले में सनातनियों के पक्ष में ही निर्णय आने की बात कही. साथ ही पूजा की सामग्रियों पर देवी-देवताओं की फोटो होने पर भी नाराजगी जताई.
महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज दो दिवसीय कार्यक्रम में बरेली पहुंचे. यहां उन्होंने शनिवार को एक निजी होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए अरविंद केजरीवाल के नोटों पर गणेश लक्ष्मी की फोटो होने की मांग को राजनीतिक बताया. उन्होंने कहा कि नोटों पर जो फोटो है वही रहनी चाहिए. गणेशजी की प्रतिमा जेब में न आए, यह मंदिरों में ही रहनी चाहिए. घरों में ही उनकी पूजा होनी चाहिए. हो सकता है यह केजरीवाल का राजनीति स्टंट हो हो. इसका कोई तथ्य नहीं है.
भारत को हिंदू राष्ट्र बनना चाहिए
महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की बात कहते हुए कहा कि दुनिया में भारत एक ऐसा देश है जहां अधिकतम सनातनी और हिंदू रहते हैं इसलिए यह हिंदू राष्ट्र होना चाहिए. भारत को हिंदू राष्ट्र (Hindu Rashtra) बनाना चाहिए.
काशी और मथुरा का विवाद शुरु से है
वहीं, ज्ञान व्यापी मामले में पत्रकारों से वार्ता करते हुए महामंडलेश्वर महाराज ने कहा कि उसके नंदी साक्षी हैं. किसी से साक्षी मांगने की आवश्यकता नहीं है. भगवान शिव के सामने नंदी होते हैं. नंदी यह दर्शा रहे हैं की महादेव अंदर हैं इसलिए कोर्ट ने भी स्वीकार किया है. महामंडलेश्वर ने कहा कि आज नहीं थोड़े समय बाद कोर्ट का निर्णय सनातनियों के पक्ष में आएगा. सनातनियों को कोर्ट के निर्णय की प्रतीक्षा करनी चाहिए. वहीं, महामंडलेश्वर ने कहा कि काशी और मथुरा इनका विवाद शुरू से है. मुझे लगता है कि तीनों का निस्तारण कोर्ट के द्वारा ही होगा. तीनों सनातनी स्थल हम प्राप्त करेंगे.
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