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बरेली: दारोगा का छलका दर्द, कहा- साथी करते हैं उत्पीड़न

उत्तर प्रदेश के बरेली में दारोगा ने अलग जाति का होने के कारण उत्पीड़न का आरोप लगया है. दारोगा का कहना है कि उसके साथी उसका हर बात पर उत्पीड़न करते हैं.

दारोगा के साथ हुआ जाती उत्पीड़न.
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Published : Oct 16, 2019, 2:21 AM IST

बरेली: एक अक्टूबर को प्रदेश की पुलिस की रैंकिंग जारी की गई थी, जिसमें जिले की पुलिस को प्रथम स्थान मिला था. जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक दारोगा ने अलग जाति का होने के कारण उत्पीड़न का आरोप लगया है. दारोगा का कहना है कि उसके साथी पुलिसकर्मी उसका हर बात पर उत्पीड़न कर रहे हैं.

दारोगा के साथ हुआ जाती उत्पीड़न.
जिले के आंवला थाने में तैनात दारोगा है जो अपने साथी पुलिसकर्मियों के कारण बहुत परेशान है. इनका कहना है कि मैं अपना हर काम ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से करता हूं, लेकिन थाने के इंस्पेक्टर द्वारा पिछले दो महीने से बार-बार मेरा हल्का चेंज किया जा रहा है और चौकी इंचार्ज भी एससी है जो दूसरे दरोगा है वो भी एससी है.

दारोगा हुआ उत्पीड़न का शिकार
थाने के इंस्पेक्टर ने गोपनीय रिपोर्ट भेज दी, जिसमें ट्रान्सफर संबंधित रिपोर्ट थी. जब दारोगा ने वो रिपोर्ट देखी तो एकदम से उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनको आनन-फानन में निजी अस्पताल मे भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. जब इस घटना पर आलाधिकारियों से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया.

बरेली: एक अक्टूबर को प्रदेश की पुलिस की रैंकिंग जारी की गई थी, जिसमें जिले की पुलिस को प्रथम स्थान मिला था. जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक दारोगा ने अलग जाति का होने के कारण उत्पीड़न का आरोप लगया है. दारोगा का कहना है कि उसके साथी पुलिसकर्मी उसका हर बात पर उत्पीड़न कर रहे हैं.

दारोगा के साथ हुआ जाती उत्पीड़न.
जिले के आंवला थाने में तैनात दारोगा है जो अपने साथी पुलिसकर्मियों के कारण बहुत परेशान है. इनका कहना है कि मैं अपना हर काम ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से करता हूं, लेकिन थाने के इंस्पेक्टर द्वारा पिछले दो महीने से बार-बार मेरा हल्का चेंज किया जा रहा है और चौकी इंचार्ज भी एससी है जो दूसरे दरोगा है वो भी एससी है.

दारोगा हुआ उत्पीड़न का शिकार
थाने के इंस्पेक्टर ने गोपनीय रिपोर्ट भेज दी, जिसमें ट्रान्सफर संबंधित रिपोर्ट थी. जब दारोगा ने वो रिपोर्ट देखी तो एकदम से उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनको आनन-फानन में निजी अस्पताल मे भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. जब इस घटना पर आलाधिकारियों से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया.

Intro:एंकर:-एक अक्टूबर को प्रदेश की पुलिस की रैंकिंग जारी की गई थी जिसमे बरेली की पुलिस को प्रथम स्थान मिला था। लेकिन कहते है ना के  पहले अपने घर को देखो फिर समाज की बात करना ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमे एक दरोगा ने अलग जाती का होने के कारण उत्पीड़न का आरोप लगया है। दरोगा का कहना है कि उसके साथी पुलिस कर्मी उसका हर बात पर उत्पीड़न कर रहे है।


Body:Vo:-  बरेली के आंवला थाने मैं तैनात ये दरोगा परवीन है जो अपने साथी पुलिस कर्मियों के कारण बहुत परेशान है इनका कहना है कि मैं( दरोगा प्रवीन) अपना हर काम ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से करता हूं लेकिन थाने के इंस्पेक्टर ने पिछले दो महीने से बार बार मेरा हल्का चेंज किया जा रहा है और चौकी इंचार्ज भी  एस सी है जो दूसरे दरोगा है वो भी एस सी है थाने के इंस्पेक्टर ने हमारी गोपनीय रिपोर्ट भेज दी जिसमे हमारी ट्रान्सफर संबंधित रिपोर्ट थी जब दरोगा प्रवीन ने वो रिपोर्ट देखी तो एक दम से उनकी तबियत बिगड़ गयी और उनको आननफानन मैं निजी अस्पताल मे भर्ती कराया गया जहाँ उनका इलाज चल रहा। जब हमने इस घटना पर आलाधिकारियों से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इंकार कर दिया।

बाईट:- एस आई प्रवीन (पीड़ित दरोगा)




Conclusion:Fvo:- पुलिस महकमे मैं हुई ये घटना पुलिस पर सवालिया निशान लगा रही है कि क्या इस तरह की घटना पर अधिकारी कोई कार्यवाही करेंगे। ये सिर्फ तमाशा देखेंगे। 

रंजीत शर्मा

ई टी वी भारत

9536666643


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