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बरेली: अस्पतालों में बढ़े डेंगू के मरीज, डॉक्टरों पर लगे इलाज न करने के आरोप - बरेली में पजिनों ने डॉक्टर पर लगाया मरीज का इलाज न करने का आरोप

यूपी के बरेली में डेंगू का प्रकोप दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है. अस्पताल के बेड भी मरीजों से फुल हो चुके हैं. वहीं परिजनों ने डॉक्टर के ऊपर मरीज का इलाज न करने का आरोप लगाया है.

टी एस आर्या,  सीएमएस
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Published : Nov 20, 2019, 4:41 PM IST

बरेली: स्वास्थ्य विभाग के अभियान के बाद भी डेंगू का प्रकोप थमता नजर नहीं आ रहा. वहीं जिले में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब यह आंकड़ा दो सौ से पार पहुंच गया है. जिले में अब तक 217 मरीज डेंगू के सामने आ चुके हैं. जिला अस्पताल में 8 मरीजों का इलाज चल रहा है ओर जो मरीज भर्ती है उनका इलाज भी जिला अस्पताल सही से नहीं कर रहा है. बरेली की रहने वाली महिला डेंगू वार्ड में भर्ती हैं. परिजनों का आरोप लगाया है कि डॉक्टरों ने मरीज का उपचार करना ही बंद कर दिया है.

अस्पतालों में बढ़ी डेंगू के मरीजों की संख्या.

उपचार बंद करने का आरोप
जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती मरीज को डॉक्टर की उपेक्षा की वजह से बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा. परिजनों की मानें तो बहस के बाद डॉक्टर ने मरीज का उपचार करना ही बंद कर दिया. बरेली की रहने वाली महिला की शादी मुरादाबाद में हुई है. महिला के पति भारतीय किसान यूनियन का मंडल सचिव हैं.

उन्होंने बताया कि मायके आई पत्नी को लगातार बुखार रहने पर परिजनों ने डेंगू होने की आशंका पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. इलाज को लेकर मामूली कहासुनी के बाद डॉक्टर ने मरीज का उपचार करना ही बंद कर दिया. राउंड के दौरान डॉक्टर बाकी मरीजों का तो हालचाल लेते हैं मगर महिला की तरफ ध्यान नहीं देते.

पढ़ें: बरेली में एसीएमओ ने खुद को बताया CMO, झोलाछाप डॉक्टर से ठगे 55,000

डॉक्टर काफी मरीजों को देखते हैं. लोड भी पड़ जाता है. डॉक्टर सबसे पहले मरीज को ही देखते हैं, फिर रोग के हिसाब से दवाइयां भी देते हैं. इतने ज्यादा मरीज देखने से डॉक्टर चिड़चिड़े भी हो जाते हैं. इसलिए उनको परेशानी हुई होगी.
-टी एस आर्या, सीएमएस

बरेली: स्वास्थ्य विभाग के अभियान के बाद भी डेंगू का प्रकोप थमता नजर नहीं आ रहा. वहीं जिले में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब यह आंकड़ा दो सौ से पार पहुंच गया है. जिले में अब तक 217 मरीज डेंगू के सामने आ चुके हैं. जिला अस्पताल में 8 मरीजों का इलाज चल रहा है ओर जो मरीज भर्ती है उनका इलाज भी जिला अस्पताल सही से नहीं कर रहा है. बरेली की रहने वाली महिला डेंगू वार्ड में भर्ती हैं. परिजनों का आरोप लगाया है कि डॉक्टरों ने मरीज का उपचार करना ही बंद कर दिया है.

अस्पतालों में बढ़ी डेंगू के मरीजों की संख्या.

उपचार बंद करने का आरोप
जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती मरीज को डॉक्टर की उपेक्षा की वजह से बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा. परिजनों की मानें तो बहस के बाद डॉक्टर ने मरीज का उपचार करना ही बंद कर दिया. बरेली की रहने वाली महिला की शादी मुरादाबाद में हुई है. महिला के पति भारतीय किसान यूनियन का मंडल सचिव हैं.

उन्होंने बताया कि मायके आई पत्नी को लगातार बुखार रहने पर परिजनों ने डेंगू होने की आशंका पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. इलाज को लेकर मामूली कहासुनी के बाद डॉक्टर ने मरीज का उपचार करना ही बंद कर दिया. राउंड के दौरान डॉक्टर बाकी मरीजों का तो हालचाल लेते हैं मगर महिला की तरफ ध्यान नहीं देते.

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डॉक्टर काफी मरीजों को देखते हैं. लोड भी पड़ जाता है. डॉक्टर सबसे पहले मरीज को ही देखते हैं, फिर रोग के हिसाब से दवाइयां भी देते हैं. इतने ज्यादा मरीज देखने से डॉक्टर चिड़चिड़े भी हो जाते हैं. इसलिए उनको परेशानी हुई होगी.
-टी एस आर्या, सीएमएस

Intro:एंकर:-स्वास्थ्य विभाग के अभियान के बाद भी डेंगू का प्रकोप थमता नजर नहीं आ रहा । जिले में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और अब यह आंकड़ा दो सौ पार पहुंच गया है । जिले में अब तक 217 मरीज डेंगू के सामने आ चुके हैं । जिला अस्पताल में 8 मरीजों का इलाज चल रहा है ओर जो मरीज भर्ती है उनका इलाज भी जिला अस्पताल सही से नही कर रहा है बरेली की रहने वाली महिला डेंगू वार्ड में भर्ती है।परिजनों का आरोप है कि इलाज में लापरवाही होने से डॉक्टर से बहस के बाद डॉक्टर ने मरीज का उपचार करना ही बंद कर दिया ।





Body:Vo1:-जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती मरीज को डॉक्टर की उपेक्षा की वजह से बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा । परिजनों की मानें तो बहस के बाद डॉक्टर ने मरीज का उपचार करना ही बंद कर दिया । बरेली की रहने वाली महिला की शादी मुरादाबाद में हुई है । महिला का पति भारतीय किसान यूनियन का मंडल सचिव है । उन्होंने बताया कि मायके आई पत्नी को लगातार बुखार रहने पर परिजनों ने डेंगू होने की आशंका पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया था । इलाज को लेकर मामूली कहासुनी के बाद डॉक्टर ने मरीज का उपचार करना ही बंद कर दिया । राउंड के दौरान डॉक्टर बाकी मरीजों का तो

हालचाल लेते हैं मगर महिला की तरफ ध्यान नहीं देते । उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की लापरवाही के विरोध में वह धरने पर बैठने की तैयारी में हैं इसके लिए उनकी संगठन के नेताओं से बातचीत चल रही है ।


बाइट:- पूनम सिंह
बाईट:- टी एस आर्या ( सी एम एस)





Conclusion:Fvo:-बही बरेली के अंदर शुरूआत से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का पूरा ध्यान मलेरिया पर रहा और डेंगू की रोकथाम के लिए तैयारियां कम ही दिखीं । इसका परिणाम अब सामने आ रहा है । जिले में डेंगू के 217 मरीज हो गए हैं जो 3 चार साल में सबसे अधिक हैं । जिला अस्पताल में बना डेंगू वार्ड भी करीब फुल हो गया है । यहां 8 मरीज भर्ती हैं जिनका इलाज किया जा रहा है । जो केबल दिखावा भर है। यह भर्ती मरीजों के परिजनो के माने तो मरीजो का इलाज यह के डॉक्टर सही से करते ही नही है केबल देख कर चले जाते है।ये सूरत बरेली की नही बल्कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की है । शासन को इस ओर विषेश ध्यान देना होगा। ताकि सभी जी सभी इलाज मिल सके।


रंजीत शर्मा।

9536666643

ईटीवी भारत,बरेली।


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