बरेलीः प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना के तहत बरेली जिले के प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास रूम की शुरुआत की गई है. यह स्मार्ट क्लासरूम शिक्षा की तस्वीर बदल रहा है. क्षेत्रों में बच्चे अब प्राइवेट स्कूलों से परिषदिय स्कूलों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं.
सरकारी स्कूलों ने लगाई बड़ी छलांग-
बरेली के लगभग सभी सरकारी प्राइमरी स्कूलों के दिन बदलने वाले हैं. केंद्र सरकार की सहायता से स्कूलों में डिजिटलीकरण से लंबी छलांग लगाई है. बरेली के 517 प्राइमरी स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए इंटरनेट और प्रोजेक्टर दिए गए हैं. इन स्कूलों में इन्हीं की सहायता से पढ़ाई हो रही है.
सभी बच्चे मन लगाकर करते हैं पढ़ाई-
जिले के मुख्य विकास अधिकारी और आईएएस सत्येंद्र कुमार ने जब बिथरी चैनपुर के प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया तो उन्होंने पाया कि विद्यालय में छात्रों को स्मार्ट क्लासरूम में पढ़ाया जा रहा है. बच्चे मन लगाकर पढ़ रहे हैं.
सीडीओ ने दिया बयान-
स्कूल में स्मार्ट क्लास से बच्चे मन लगाकर पढ़ रहे हैं. स्मार्ट क्लास में एक प्रोजेक्टर, लैपटॉप, म्यूजिक सिस्टम, और डिसप्ले बोर्ड उपलब्ध कराया गया है. बरेली जिले के सात ब्लाकों के विद्यालयों में 517 स्मार्ट क्लास संचालित हो रहे हैं.
स्मार्ट क्लासरूम पर डालें एक नज़र-
जिले के बहेड़ी में 113, दमखोदा में 61, शेरगढ़ में 78, भोजीपुरा में 76, बिथरी चैनपुर में 56, नवाबगंज में 81, फतेहगंज पश्चिमी में 42, फरीदपुर में 9, आंवला में 1 और बरेली शहर में 2 स्मार्ट क्लासरूम हैं.