बरेली: नगर निगम की जमीन पर कब्जा जमाए बैठे एक निजी अस्पताल के प्रबंधक ने नगर निगम के कर्मचारियों के खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज करा दी. इसके बाद निगमकर्मी लामबंद होना शुरू हो गए हैं. नगर निगम के कर्मचारियों ने एकजुटता दिखाते हुए नगर निगम में धरना-प्रदर्शन किया और मुकदमा खत्म कराने की मांग की. साथ ही अस्पताल से जुड़े मालिक के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की भी मांग की.
क्या है मामला
पिछले दिनों धर्मदत्त सिटी हॉस्पिटल को सील करने पहुंची नगर निगम की टीम को निजी अस्पताल के डॉक्टर्स औऱ अन्य स्टाफ ने हॉस्पिटल के अंदर प्रवेश ही नहीं करने दिया था. इसके बाद उल्टा मुकदमा भी अस्पताल के मालिक की तरफ से नगर निगम की टीम के खिलाफ लिखा दिया गया. इस मामले में अब निगमकर्मियों का गुस्सा फूट पड़ा है. नगर निगम कर्मचारी संघ के नेतृत्व में कर्मचारी अस्पताल व उससे जुड़े लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
नगर निगम में धरने पर कर्मचारी
निगमकर्मियों ने नगर निगम के मुख्य द्वार को ताला लगाकर बंद कर दिया. उन्होंने मांग की है कि अधिकारी इस मामले को गम्भीरता से लें व अस्पताल के खिलाफ सख्त एक्शन लें. इस बारे में सभी कर्मचारी नेता भी एकजुट हो गए हैं.
नगर निगम ने पट्टे पर दी थी हॉस्पिटल को जमीन
बता दें कि धर्मदत्त हॉस्पिटल नगर निगम की जमीन पर बना है, जिस बारे में तमाम साक्ष्य भी नगर निगम पेश कर चुका है, लेकिन अब इस बेशकीमती जमीन से अस्पताल के मालिकों का मोह नहीं छूट रहा, जिस वजह से नगर निगम की टीम के खिलाफ उन्होंने मुकदमा पंजीकृत करा दिया है. इस बारे में कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अधिकारियों के कहने पर वो कार्रवाई करते हैं और उनके खिलाफ FIR, वो भी फर्जी दर्ज की जा रही है, जिसका वो विरोध करते हैं.
डीएम के नाम दिया ज्ञापन
सभी ने एकजुट होकर डीएम के नाम एक ज्ञापन भी अस्पताल के मालिकों के खिलाफ एक्शन लेने की मांग करते हुए दिया है. साथ ही ये भी कहा है कि अगर प्रशासन ने इस मामले में गम्भीरता नहीं दिखाई तो सरकारी कर्मचारियों का हौंसला टूट जाएगा. अस्पताल पर कब्जे की मांग भी कर्मियों ने प्रशासन से की है.