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एक तरफ स्वतंत्रता दिवस, दूसरी तरफ पिंजरे में कैद बापू सहित 4 महापुरुषों की प्रतिमाएं - बरेली डिग्री कॉलेज

15 अगस्त को पूरा देश जहां 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और देश को आजादी दिलाने वाले महापुरुषों को याद कर रहा है, वहीं बरेली कॉलेज परिसर में महापुरुष महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया, स्वामी विवेकानंद और संबिधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को पिंजरे में कैद किया गया है. महापुरुषों के ताले में बंद करने के पीछे कालेज प्रशासन का अपना अलग ही तर्क है.

Bareilly Degree College
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी
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Published : Aug 15, 2021, 1:32 PM IST

बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली में सबसे बड़ा डिग्री कॉलेज बरेली कॉलेज है. कॉलेज परिसर में 4 महापुरुषों की प्रतिमाएं भी लगी हुई है. यह प्रतिमाएं वर्षों पहले कॉलेज प्रशासन के द्वारा बरेली कॉलेज परिसर में स्थापित की गई थी. इन प्रतिमाओं में देश को आजादी दिलाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, राम मनोहर लोहिया और संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की अलग-अलग प्रतिमाएं लगी है चारों महापुरुषों की प्रतिमाओं को कॉलेज प्रशासन के द्वारा वर्षो पहले से लोहे के पिंजरे में कैद करके ताले से बंद कर रखा गया है.

प्रतिमाओं को वर्षो पहले से पिंजरे में कैद करके ताले से बंद कर रखा गया है.
बरेली कॉलेज परिसर में चारों महापुरुषों की प्रतिमाओं को पिंजरे में कैद करने को लेकर छात्र अपना विरोधी भी प्रकट करते रहते हैं और कई बार कॉलेज के प्राचार्य को ज्ञापन भी देकर प्रतिमाओं को पिंजरे से हटा कर आजाद कराने की भी मांग कर चुके हैं, लेकिन कॉलेज प्रशासन की तरफ से महापुरुषों की प्रतिमाओं की सुरक्षा का हवाला देते हुए उन्हें ताले के अंदर ही रखने की बात कही जाती है. कालेज में पढ़ने वाले छात्र कहते हैं कि पूरा देश जहां आजादी मना रहा है वहीं हमारे महापुरुषों को बरेली कालेज प्रशासन ने ताले में कैद रखा है.
महात्मा गांधी और राम मनोहर लोहिया की प्रतिमा
महात्मा गांधी और राम मनोहर लोहिया की प्रतिमा

इसे भी पढ़ें- Independence day Special : इन महिलाओं ने देश की आजादी के लिए लगा दी थी जान की बाजी


महापुरुषों की प्रतिमाएं पिंजरे में कैद के सवाल पर बरेली कालेज बरेली के प्राचार्य डॉ. अनुराग मोहन का कहना है कि यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि इनको कैद कर के रखना पड़ रहा है, लेकिन कुछ शरारती तत्वों से बचाने के लिए कई साल पहले यह कदम उठाया गया था. फिलहाल राष्ट्रीय पर्व के मौके पर और समय-समय पर महापुरुषों के प्रतिमाओं के आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखते हैं और उनको राष्ट्रीय पर्व पर खुला भी जाता है.

स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद

कॉलेज प्रशासन शरारती तत्वों की बात कह कर महापुरुषों की प्रतिमाओं को पिंजरे में कैद रखने की बात को मानता है. लेकिन जरूरत है इन महापुरुषों की प्रतिमाओं को पिंजरे से आजाद करने की. साथ ही बरेली कॉलेज प्रशासन को इन महापुरुषों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी लेने की ताकि कोई भी शरारती तत्व इन महापुरुषों की प्रतिमाओं को नुकसान न पहुंचा सके.

बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली में सबसे बड़ा डिग्री कॉलेज बरेली कॉलेज है. कॉलेज परिसर में 4 महापुरुषों की प्रतिमाएं भी लगी हुई है. यह प्रतिमाएं वर्षों पहले कॉलेज प्रशासन के द्वारा बरेली कॉलेज परिसर में स्थापित की गई थी. इन प्रतिमाओं में देश को आजादी दिलाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, राम मनोहर लोहिया और संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की अलग-अलग प्रतिमाएं लगी है चारों महापुरुषों की प्रतिमाओं को कॉलेज प्रशासन के द्वारा वर्षो पहले से लोहे के पिंजरे में कैद करके ताले से बंद कर रखा गया है.

प्रतिमाओं को वर्षो पहले से पिंजरे में कैद करके ताले से बंद कर रखा गया है.
बरेली कॉलेज परिसर में चारों महापुरुषों की प्रतिमाओं को पिंजरे में कैद करने को लेकर छात्र अपना विरोधी भी प्रकट करते रहते हैं और कई बार कॉलेज के प्राचार्य को ज्ञापन भी देकर प्रतिमाओं को पिंजरे से हटा कर आजाद कराने की भी मांग कर चुके हैं, लेकिन कॉलेज प्रशासन की तरफ से महापुरुषों की प्रतिमाओं की सुरक्षा का हवाला देते हुए उन्हें ताले के अंदर ही रखने की बात कही जाती है. कालेज में पढ़ने वाले छात्र कहते हैं कि पूरा देश जहां आजादी मना रहा है वहीं हमारे महापुरुषों को बरेली कालेज प्रशासन ने ताले में कैद रखा है.
महात्मा गांधी और राम मनोहर लोहिया की प्रतिमा
महात्मा गांधी और राम मनोहर लोहिया की प्रतिमा

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महापुरुषों की प्रतिमाएं पिंजरे में कैद के सवाल पर बरेली कालेज बरेली के प्राचार्य डॉ. अनुराग मोहन का कहना है कि यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि इनको कैद कर के रखना पड़ रहा है, लेकिन कुछ शरारती तत्वों से बचाने के लिए कई साल पहले यह कदम उठाया गया था. फिलहाल राष्ट्रीय पर्व के मौके पर और समय-समय पर महापुरुषों के प्रतिमाओं के आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखते हैं और उनको राष्ट्रीय पर्व पर खुला भी जाता है.

स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद

कॉलेज प्रशासन शरारती तत्वों की बात कह कर महापुरुषों की प्रतिमाओं को पिंजरे में कैद रखने की बात को मानता है. लेकिन जरूरत है इन महापुरुषों की प्रतिमाओं को पिंजरे से आजाद करने की. साथ ही बरेली कॉलेज प्रशासन को इन महापुरुषों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी लेने की ताकि कोई भी शरारती तत्व इन महापुरुषों की प्रतिमाओं को नुकसान न पहुंचा सके.

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