बरेलीः पुलिस के कार रोकने से खफा पूर्व विधायक विजय पाल सिंह खफा हो गए. इस दौरान उनके और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई. विजय पाल ने पुलिस से अभद्रता करते हुए कहा कि सरकार आने पर पेशाब पिलाने जैसी अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. पुलिस के साथ अभद्रता का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जिसके बाद पुलिस ने विजयपाल सिंह सहित अन्य लोगों पर थाना फरीदपुर में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
फरीदपुर ब्लॉक में प्रमुख पद के लिए एसपी की ओर से पूर्व विधायक विजय पाल सिंह की पत्नी सुनीता सिंह चुनाव मैदान में थी. बीजेपी ने विधायक डॉक्टर श्याम बिहारी लाल की भाभी सोनम को प्रत्याशी बनाया. दोनों में कशमकश की वजह से पुलिस में ब्लॉक कार्यालय को जाने वाले सभी रास्तों को सुबह से ही बेरिकेटिंग करके बंद कर दिया है. केवल मतदाताओं और उनके हेल्पर को जाने की अनुमति दी गई है. बीजेपी प्रत्याशी सोनम ने सुनीता को 21 मतों से पराजित कर दिया है. ये जानकारी एसपी कार्यकर्ताओं में पहुंची. पूर्व विधायक विजयपाल सिंह कई कार्यकर्ताओं को लेकर डायट के रास्ते से अपनी पत्नी एवं एसपी प्रत्याशी सुनीता सिंह को लेने के लिए मतदान केंद्र जा रहे थे. पुलिसकर्मियों ने उनकी कार को रोक दिया. इसके बाद तमाम एसपी कार्यकर्ता मौके पर जमा हो गए. वो हंगामा करने लगे.
हंगामे की जानकारी मिलते ही इंस्पेक्टर विजय कुमार मौके पर पहुंचे. सपाइयों ने कार से अपने प्रत्याशी को मतदान केंद्र से वापस लाने की जिद शुरू कर दी. इसी दौरान सुनीता सिंह पैदल चलते हुए मौके पर पहुंची. जिसके बाद एसपी कार्यकर्ता भड़क उठे. इसी बीच पूर्व विधायक विजय पाल सिंह ने पुलिस पर अभद्र टिप्पणी की. उन्होंने सरकार आने पर पेशाब पिलाने की बात कही. सोशल मीडिया पर इस अभद्रता के वीडियो वायरल हुए तो पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी.
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एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल का कहना है कि दारोगा की तहरीर पर पूर्व विधायक और उनके तीन साथियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. वीडियो के आधार पर हंगामा करने वाले लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.