बरेली: अप्रैल माह से प्रदेश भर में गेहूं की खरीद की जा रही है. बरेली में गेहूं की बिक्री करने आने वाले किसानों को अपने नम्बर के इंतजार में तौल केंद्रों पर ही रात गुजारनी पड़ रही है. गेंहू की बिक्री को सुलभ बनाने के सरकार के दावे यहां धराशायी नजर आ रहे हैं.
बरेली में पिछले साल से अधिक गेहूं खरीदा गया
जिले में शासन के द्वारा अब तक करीब 1 लाख 3 हजार 268.42 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी की है, जो कि पिछले वर्ष की अपेक्षा कहीं ज्यादा है. बता दें कि जहां पूरे बरेली मंडल में कुल 548 क्रय केन्द्र गेहूं खरीद के खोले गए हैं, वहीं बरेली जिले में कुल 116 तौलकेंद्र बनाए गए हैं.
बरेली के डीएम नीतीश कुमार ने बताया कि किसानों का लगभग 85 प्रतिशत भुगतान भी हो चुका है. हालांकि उनका ये भी कहना है कि किसानों को कोई समस्या न हो इसके लिए लगातार दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं.
तौल केंद्रों पर रात गुजार रहे किसान
गेहूं किसानों का कहना है कि उन्हें अपने गेहूं खरीद के लिए काफी ज्यादा इंतजार करना पड़ रहा है. कुछ किसान तो आंवला क्षेत्र और जिले के बहेड़ी तहसील क्षेत्र के तौल केंद्रों पर अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर बाकायदा चारपाई और बिस्तर के साथ एक सप्ताह या उससे भी अधिक से समय के लिए रुक रहे हैं.
युवा किसान सुरजीत ने बताया कि उन्होंने काफी पहले गेहूं बिक्री के लिए पंजीकरण कराया था, लेकिन गेंहूं की खरीद के लिए बनाए गए केंद्रों पर अव्यवस्थाओं की वजह से अभी तक वह सिर्फ बाकी कामकाज छोड़कर अपनी बारी का इंतजार ही कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कभी लेबर तो कभी बारदाना समाप्त हो जाता है और किसानों को मजबूरी में इंतजार करना पड़ता है.
व्यापारी ले रहे सस्ता गेहूं
ईटीवी भारत ने बहेड़ी क्षेत्र के रहने वाले किसानों से बात की तो किसानों ने अपना दर्द बयां किया. किसानों ने कहा कि वह मजबूरी में क्रय केन्द्रों पर इतनी देर इंतजार कर रहे हैं क्योंकि सरकार ने जो दाम निश्चित किया है वह मंडी में नहीं मिल रहा है.