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बरेली: परिवहन विभाग में सेंधमारी, फर्जी वेबसाइट का हुआ खुलासा

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Published : Dec 22, 2019, 5:20 PM IST

उत्तर प्रदेश के बरेली में जालसाजों ने परिवहन विभाग में सेंधमारी करके फर्जी वेबसाइट बना ली. इसके जरिए जालसाज लोगों को ठग रहे हैं. मामले का खुलासा तब हुआ जब ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदनकर्ता आरटीओ ऑफिस पहुंचे.

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बरेली परिवहन विभाग में सेंधमारी

बरेली: जिले में जालसाजों ने परिवहन विभाग में सेंधमारी कर ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की दो फर्जी वेबसाइट बना ली. इस वेबसाइट पर कई लोगों ने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया और फीस भी जमा कराई. जब लाइसेंस बनकर नहीं मिला तो आवेदनकर्ता आरटीओ ऑफिस पहुंचे, जहां इस फर्जी वेबसाइट का खुलासा हुआ. इससे परिवहन मंत्रालय तक हड़कंप मच गया. इस अपराध की जानकारी आनन-फानन में साइबर सेल को सौंपी गई.

जानकारी देते एआरटीओ आरपी सिंह.


परिवहन विभाग ने लाइसेंस आवेदन के लिए वेबसाइट बना रखी है, जो sarthi.privahan.gov.in के नाम से है. इस पर लोग लाइसेंस के लिए आवेदन करते हैं और उनकी सम्पूर्ण जानकारी परिवहन विभाग के पास पहुंचती है.


जालसाजों ने परिवहन विभाग में सेंधमारी करके edrivinglicense.com/edrivinglicense.org के नाम से फर्जी वेबसाइट बना ली है. इस फर्जी वेबसाइट के जरिए जालसाज लोगों को ठग रहे हैं.


मामला परिवहन विभाग के प्रकाश में आया तो विभाग के द्वारा लोगों से अपील की जाने लगी कि इन वेबसाइटों पर आवेदन न करें. परिवहन विभाग ने अपने सभी आरटीओ को आदेश दिया है कि अपने-अपने क्षेत्र में जांच करें, जिससे फर्जीवाड़ा करने वालों को पकड़ा जा सके.

ये भी पढ़ें- बरेली: प्रदर्शन जारी रखने पर प्रशासन ने 14 लेखपालों को किया सस्पेंड, 102 पर मुकदमा दर्ज

लोगों से अपील है कि गवर्नमेंट की वेबसाइट पर आवेदन करते समय या पैसा जमा करते समय वेबसाइट को चेक कर लें, जिससे आप धोखेबाजी का शिकार न हो सकें.
-आरपी सिंह, एआरटीओ

बरेली: जिले में जालसाजों ने परिवहन विभाग में सेंधमारी कर ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की दो फर्जी वेबसाइट बना ली. इस वेबसाइट पर कई लोगों ने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया और फीस भी जमा कराई. जब लाइसेंस बनकर नहीं मिला तो आवेदनकर्ता आरटीओ ऑफिस पहुंचे, जहां इस फर्जी वेबसाइट का खुलासा हुआ. इससे परिवहन मंत्रालय तक हड़कंप मच गया. इस अपराध की जानकारी आनन-फानन में साइबर सेल को सौंपी गई.

जानकारी देते एआरटीओ आरपी सिंह.


परिवहन विभाग ने लाइसेंस आवेदन के लिए वेबसाइट बना रखी है, जो sarthi.privahan.gov.in के नाम से है. इस पर लोग लाइसेंस के लिए आवेदन करते हैं और उनकी सम्पूर्ण जानकारी परिवहन विभाग के पास पहुंचती है.


जालसाजों ने परिवहन विभाग में सेंधमारी करके edrivinglicense.com/edrivinglicense.org के नाम से फर्जी वेबसाइट बना ली है. इस फर्जी वेबसाइट के जरिए जालसाज लोगों को ठग रहे हैं.


मामला परिवहन विभाग के प्रकाश में आया तो विभाग के द्वारा लोगों से अपील की जाने लगी कि इन वेबसाइटों पर आवेदन न करें. परिवहन विभाग ने अपने सभी आरटीओ को आदेश दिया है कि अपने-अपने क्षेत्र में जांच करें, जिससे फर्जीवाड़ा करने वालों को पकड़ा जा सके.

ये भी पढ़ें- बरेली: प्रदर्शन जारी रखने पर प्रशासन ने 14 लेखपालों को किया सस्पेंड, 102 पर मुकदमा दर्ज

लोगों से अपील है कि गवर्नमेंट की वेबसाइट पर आवेदन करते समय या पैसा जमा करते समय वेबसाइट को चेक कर लें, जिससे आप धोखेबाजी का शिकार न हो सकें.
-आरपी सिंह, एआरटीओ

Intro:एकर:-जालसाज़ों ने परिवाहन विभाग में सेंधमारी कर ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की दो फर्जी वेबसाइट बना ली है। इस वेबसाइट पर कई लोगों ने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर दिया और फीस भी जमा करा दी है। जब लाइसेंस बनकर नहीं मिला तो आवेदन करता आरटीओ ऑफिस पहुँचे तो इस फर्जी वेबसाइट का पता चला जिससे परिवाहन मंत्रालय तक हड़कंप मच गया इस अपराध की जानकारी आनन-फानन में साइबर सेल को सौपी गयी है जिससे जल्द ही इस अपराध को रोक जाये।


Body:Vo:-आपको बता दें कि परिवाहन विभाग ने अपनी एक लाइसेंस आवेदन के लिए वेबसाइट बना रखी है जो sarthi.privahan.gov.in के नाम से चल रही है जिसपर लोग लाइसेंस के लिए आवेदन करते है और उनकी सम्पूर्ण जानकारी परिवाहन विभाग के पास पहुँच जाती है। लेकिन जाल साज़ों ने परिवाहन विभाग में सेंधमारी करने के लिए edrivinglicense.com/edrivinglicense.org के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर आपराधिक घटना को अंजाम देना शुरू कर दिया और लोगों को अपने जाल में फसाने लगे। जब मामला परिवाहन विभाग के सामने आया तो परिवाहन विभाग के द्वारा लोगों से अपील की जाने लगी के इन वेबसाइटों पर आवेदन न करें। परिवाहन विभाग ने अपने सभी आरटीओ को आदेश दिया है कि अपने-अपने छेत्र में जांच करें जिससे फर्जीवाड़ा करने वालों को पकड़ा जा सके।


बाईट:- आरपी सिंह ए आरटीओ





Conclusion:Fvo:- Fvo:-अब देखना है कि पुलिस इन फर्जी वेबसाइट बनाने वाले अपराधियों को कब तक पकड़ के खुलासा करती है जिस तरह से इन जालसाजो ने सरकारी वेबसाइट की नकली साइट बनाकर जनता को ठगने का काम करा है उससे अब सरकारी विभाग की और भी वेबसाइटों पर खतरे की घंटी बज चुकी है ईटीवी भारत सभी लोगों से यह अपील करना चाहता है गवर्नमेंट की वेबसाइट पर आवेदन करते समय या पैसा जमा करते समय वेबसाइट को चेक कर ले जिससे आप धोखेबाजी का शिकार ना हो सके।

रंजीत शर्मा

ई टी वी भारत

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